हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी। टिहरी गढ़वाल जिला सहकारी बैंक के स्वर्णिम पांच साल को लेकर एक पत्रिका का विमोचन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि बैंक के बोर्ड ने इन पांच सालों में ऐतिहासिक कार्य किए। इस दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 1 करोड़ 62 लाख से बढ़कर करीब 10 करोड़ तक पहुंच गया। वहीं एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट्स) में भी बैंक ने शानदार वसूली करते हुए प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया। बैंक ने कोरोनाकाल में गांव लौटे युवाओं को मुर्गी पालन, पशुपालन, होम स्टे, सोलर प्रोजेक्ट, कृषि, उद्यान के क्षेत्र में ऋण देकर स्वरोजगार शुरू कराया। वहीं जीरो प्रतिशत ब्याज पर लाखों किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया। बैंक की डिपॉजिट भी 4.12 अरब तक पहुंच गई।
रविवार को विकास भवन स्थित बहुउद्देशीय सभागार में पांच साल के कार्यकाल की पत्रिका का जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सुभाष चंद रमोला और अन्य जनप्रतिनिधियों ने विमोचन किया। इस दौरान सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सभा को वर्चुअल संबोधित करते हुए डीसीबी टिहरी की प्रगति पर बोर्ड और कर्मियों की पीठ थपथपाई। कहा कि आज टिहरी का बैंक पूरे प्रदेश में मिसाल बना हुआ है। वहीं बैंक के अध्यक्ष रमोला ने कहा कि एनपीए को 2019 में 8.41 से घटाकर 1.74 प्रतिशत पर ला दिया है। जिस कारण अब जल्द ही बैंक को नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग का लाइसेंस भी मिल जाएगा। टिहरी झील में नौकायन, पर्यटन क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए होम-स्टे के लिए न्यूनतम दरों पर ऋण दिया जा रहा है। शिक्षकों और कार्मिकों की सीसीएल को 35 लाख रूपये तक कर दिया है। इस मौके पर महाप्रबंधक संजय रावत ने पूरे कार्यकाल के लेखाजोखा बताते हुए कहा कि बोर्ड लगातार कार्मिकों की समस्याओं को भी हल करने में लगा हुआ है। इस मौके पर सहायक निबंधक सहकारिता सुरेंद्र पाल, उपाध्यक्ष विनोद रावत, निदेशक नरेश नेगी, सतपाल कलूड़ा, गोविंद रावत, जयवीर मियां, टीकाराम भट्ट, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, उपाध्यक्ष परमवीर पंवार, अनुसूया नौटियाल, जीतराम भट्ट, वीरेंद्र राणा, डीजीएम संजीव कुमार, बीएस पुंडीर, सोहनपाल राणा, आरपी बलूनी, एमएल पंचोली, दीवान सिंह, विनीता रावत, आशा भट्ट, यशवंत भंडारी आदि मौजूद थे।