भाई कमलानंद
पूर्व सचिव भारत सरकार
मेरा मंदिर, ट्रस्ट, अस्पताल, गौशाला संचालकों से अनुरोध है कि यदि आपके के पास खाली जमीन है तो उसका ओल्ड ऐज होम के लिए उपयोग किया जा सकता है।
देश में बढ़ती आबादी, प्रदूषण सहित कई समस्याओं के कारण शहरों में जीना चुनौतिपूर्ण होता जा रहा है। जिस पर चिंतन करने की भी जरूरत है। इस ओल्ड ऐज होम में बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य, शास्त्र, समृद्धि हो।
चैन्नई स्थित निरंजन वागभट्ट गौशाला एयरपोर्ट के निकट है। यहां पर मॉडल ओल्ड ऐज होम बनाए जा सकते हैं। जो कि सरकार पर आश्रित न हो।
जिनके पास खाली जमीन और संसाधन है, वे ओल्ड ऐज होम बना सकते हैं।
उत्तराखण्ड में भी कई गांव पलायन के कारण खाली हो चुके हैं। वहां पर खाली गांवों में बद्री गाय के गांव बनाए जा सकते हैं। वहां पर अपना दूध, अपनी सब्जी, अपना भोजन होंगे, जो ग्राम स्वराज के भाग होंगे। रूरल इन्वेस्टमेंट के भाग होंगे। क्षमता है, लेकिन सदुपयोग करने की जरूरत है।