आज का पंचांग:बार-बार प्रयास करने से ही मिलती है सफलता

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

बालक श्रीकृष्ण से जुड़ी प्रेरक कथा है। द्वापर युग में विष्णु जी ने श्रीकृष्ण अवतार लिया। गोकुल में बाल कृष्ण लीलाएं कर रहे थे। श्रीकृष्ण का स्वभाव था कि वे किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानते थे। लगातार कोशिश करते रहना, उनका स्वभाव था।

एक दिन बालक कृष्ण और बलराम ग्वालों के साथ जंगल में खेल रहे थे। खेलते-खेलते सभी बच्चे घने वन में चले गए। लगातार खेलते रहने से छोटे-छोटे ग्वाले थक गए, उन्हें भूख-प्यास लगने लगी।

बालकृष्ण अपने साथी ग्वालों की हालत देखकर समझ गए कि सभी थक गए हैं और इन्हें भूख भी लगी है। कृष्ण ने साथी ग्वालों से कहा कि कुछ ही दूरी पर कुछ ब्राह्मण यज्ञ कर रहे हैं, वहां कई लोग हैं तो उन लोगों ने भोजन भी बनाया होगा। तुम सब वहां जाओ और अपनी परेशानी बताकर खाना मांग लेना।

सखा कृष्ण की बात मानकर सभी ग्वाले उस यज्ञ स्थल पर पहुंच गए। सभी ग्वालों ने वहां के लोगों को अपनी परेशानी बताई और उनसे खाना मांगा, लेकिन लोगों ने उन्हें मना कर दिया गया। खाना न मिलने से ग्वाले निराश हो गए और कृष्ण के पास लौट आए।

कृष्ण की बात मानकर एक बार फिर सभी ग्वाले यज्ञ स्थल पर पहुंच गए। इस बार सभी ग्वालों ने कृष्ण और बलराम का नाम लेकर खाना मांगा तो ब्राह्मणों में सभी बच्चों को खाना दे दिया। खाना लेकर सभी ग्वाले श्रीकृष्ण के पास लौट आए।

भगवान श्रीकृष्ण की सीख

श्रीकृष्ण ने सभी को सीख दी कि एक बार प्रयास करके थकना नहीं चाहिए, असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। हमें सफल होने तक कोशिश करनी चाहिए और हर बार अपने तरीकों में बदलाव करना चाहिए।

आज का पंचांग

रविवार, दिसम्बर 22, 2024
सूर्योदय: 07:10 ए एम
सूर्यास्त: 05:30 पी एम
तिथि: सप्तमी – 02:31 पी एम तक
नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी – पूर्ण रात्रि तक
योग: आयुष्मान् – 07:00 पी एम तक
करण: बव – 02:31 पी एम तक
द्वितीय करण: बालव – 03:47 ए एम, दिसम्बर 23 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: सिंह – 12:56 पी एम तक
सूर्य राशि: धनु

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