75वें गणतंत्र दिवस की परेड होगी महिला केंद्रित, शंख-नगाड़ों के साथ 100 महिलाएं करेंगी आगाज

हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 जनवरी को नई दिल्ली में कर्तव्य पथ से 75वेंगणतंत्र दिवस का जश्न मनाने में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन परेड में मुख्य अतिथि होंगे। इस परेड में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता एवं प्रगति; बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं के दम पर इसकी सैन्य शक्ति और देश में बढ़ती नारी शक्ति को प्रदर्शित किया जाएगा।

विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका– दोनों विषयों पर आधारित इस वर्ष की परेड में लगभग 13,000 विशेष अतिथि भाग लेंगे। यह एक ऐसी पहल है जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों को इस राष्ट्रीय त्योहार में शामिल होकर उत्सव मनाने और जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने का अवसर मिलेगा।

पहली बार, परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी। परेड की शुरुआत ये महिला कलाकार शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि बजाते हुए मधुर संगीत के साथ करेंगी। यह कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए सभी महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी की पहली भागीदारी का भी गवाह बनेगा। सलामी उड़ान (फ्लाई-पास्ट) के माध्यम से महिला पायलट भी नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए दर्शकों का मनोरंजन करेंगी। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल होंगी।

परेड

गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट की अवधि तक चलेगी। यह गणतंत्र दिवस समारोह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पहुंचने के साथ शुरू होगा, जहां वह पुष्पांजलि अर्पित करके शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर जाएंगे।

समारोह स्थल पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रॉन का आगमन राष्ट्रपति के अंगरक्षक की निगरानी में होगा। राष्ट्रपति का अंगरक्षक भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट है। यह गणतंत्र दिवस इस विशिष्ट रेजिमेंट के लिए विशेष है क्योंकि ‘अंगरक्षक’ ने1773 में अपनी स्थापना के बाद से सेवा के 250 वर्ष पूरे कर लिए हैं। दोनों राष्ट्रपति ‘पारंपरिक बग्गी’में पहुंचेंगे, यह प्रथा 40 वर्षों के अंतराल के बाद इस साल फिर शुरू की जा रही है।

परंपरा के अनुसार, सबसे पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। इसके बाद राष्ट्रगान गाया जाएगा और स्वदेशी बंदूक प्रणाली 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। फिर 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 IV हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर फूलों की वर्षा करेंगे। इसके बाद नारी शक्ति का प्रतीक ‘आवाहन’बैंड का प्रदर्शन होगा, जिसमें 100 से अधिक महिला कलाकार विभिन्न प्रकार के ताल वाद्ययंत्र बजाते हुए शामिल होंगी।

इसके बाद राष्ट्रपति के सलामी लेने के साथ परेड शुरू होगी।परेड की कमान दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, दिल्ली एरिया, संभालेंगे।मेजर जनरल सुमित मेहता, चीफ ऑफ स्टाफ, मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र परेड सेकेंड-इन-कमांड होंगे।

सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के सम्मानित विजेताओं में परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कैप्टन) योगेन्द्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) और सूबेदार मेजर संजय कुमार (सेवानिवृत्त), और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (सेवानिवृत्त), कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) शामिल हैं। परमवीर चक्र दुश्मन के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए दिया जाता है, जबकि अशोक चक्र दुश्मन के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के अलावा अन्य कार्यों के लिएभी दिया जाता है।

फ्रांसीसी दल

कार्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल के मार्च पास्ट का गवाह बनेगा।30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्टन खुरदा करेंगे। इसके बाद 90 सदस्यीय मार्चिंग दल होगा, जिसका नेतृत्व कैप्टन नोएल करेंगे।एक मल्टी-रोल टैंकर परिवहन विमान और फ्रांसीसी वायु तथा अंतरिक्ष बल के दो राफेल लड़ाकू विमान सलामी मंच से आगे बढ़ते समय टुकड़ियों के ऊपर उड़ान भरेंगे।

भारतीय सेना की टुकड़ी

मैकेनाइज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली सेना टुकड़ी 61 कैवेलरी की होगी, जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत करेंगे।1953 में स्थापित, 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी ‘स्टेट हॉर्सड कैवेलरी यूनिट्स’ शामिल हैं।इसके बाद 11 मैकेनाइज्ड कॉलम, 12 मार्चिंग टुकड़ियां और आर्मी एविएशन कोर के उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर की सलामी उड़ान होगी।

मैकेनाइज्ड कॉलम में टैंक टी-90 भीष्म,नाग (एनएजी) मिसाइल सिस्टम, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, ऑल-टेरेन व्हीकल, पिनाका, वेपन लोकेटिंग रडार सिस्टम ‘स्वाति’, सर्वत्र मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम, ड्रोन जैमर सिस्टम और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम आदि मुख्य आकर्षण होंगे।

पहली बार कर्त्तव्य पथ पर मार्च करते हुए सभी महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी होगी, जिसका नेतृत्व सैन्य पुलिस की कैप्टन संध्या करेंगी। इसमें तीन अतिरिक्त अधिकारी कैप्टन शरण्या राव,सब लेफ्टिनेंट अंशू यादव और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रृष्टि राव होंगी। महिला सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा दल का नेतृत्व मेजर सृष्टि खुल्लर कर रही हैं, जिसमें आर्मी डेंटल कोर में कैप्टन अंबा सामंत, भारतीय नौसेना में सर्जन लेफ्टिनेंट कंचना और भारतीय वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिव्या प्रिया शामिल हैं।

सेना के मार्चिंग दस्तों में मद्रास रेजिमेंट, ग्रेनेडियर्स, राजपूताना राइफल्स, सिख रेजिमेंट और कुमाऊं रेजिमेंट शामिल होंगे।

भारतीय नौसेना दल

भारतीय नौसेना दल में 144 पुरुष और महिला अग्निवीर शामिल होंगे,जिनका नेतृत्व दल कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट प्रज्वल एम और प्लाटून कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट मुदिता गोयल, लेफ्टिनेंट शरवानी सुप्रिया और लेफ्टिनेंट देविका एच करेंगी।इसके बाद नौसेना की झांकी होगी,जिसमें ‘नारी शक्ति’और ‘स्वदेशीकरण के माध्यम से महासागरों में समुद्री शक्ति’विषयों को दर्शाया जाएगा।

झांकी के पहले भाग में भारतीय नौसेना की सभी भूमिकाओं और सभी रैंकों में महिलाओं को दर्शाया गया है, जबकि दूसरे भाग में पहले स्वदेशी कैरियर बैटल ग्रुप को दर्शाया गया है, जिसमें विमान वाहक विक्रांत, उसके अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट जहाज दिल्ली, कोलकाता और हल्के लड़ाकू विमान शिवालिकऔर उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, कलवरी श्रेणी पनडुब्बी और जीसैट-7, रुक्मणी उपग्रह शामिल हैं।

भारतीय वायु सेना की टुकड़ी

भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की टुकड़ीमें स्क्वाड्रन लीडर रश्मी ठाकुर के नेतृत्व में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल होंगे।स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव और प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल दल कमांडर के पीछे अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट करेंगी। आईएएफ की झांकी भारतीय वायु सेना: सक्षम,सशक्त,आत्मनिर्भरथीम पर है।

झांकी में एलसीए तेजस और एसयू-30 को आईओआर के ऊपर उड़ान भरते हुए दिखाया गया है। झांकी में एक सी-295 परिवहन विमान को कॉकपिट में महिला एयरक्रू द्वारा उड़ाया जा रहा है। झांकी पर स्थित जीसैट-7ए भारतीय वायुसेना के अपने संचालन में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के समावेश को दर्शाता है।झांकी में यह भी दिखाया गया है कि भारतीय वायुसेना देश के भीतर के साथ ही विदेशी जमीन पर भी मानवीय सहायता प्रदान करने में सबसे आगे रही है।

दिग्गजों की झांकी

परेड का एक और मुख्य आकर्षण‘ राष्ट्र निर्माण: पहले भीअब भीआगे भी और हमेशाथीम पर दिग्गजों की झांकी होगी।इसमें देश की सेवा में पूर्व सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को प्रदर्शित किया जाएगा।

डीआरडीओ की झांकी और उपकरण

परेड में डीआरडीओ की विकसित कई महत्वपूर्ण प्रणालियों/प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। ‘आत्म-निर्भरता’के प्रवर्तक के रूप में, रक्षा अनुसंधान के मुख्य क्षेत्रों में डीआरडीओ की महिला वैज्ञानिकों का बहुमूल्य योगदान महत्वपूर्ण रहा है।डीआरडीओ की झांकी ‘भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष जैसे सभी 5 आयामों में रक्षा कवच प्रदान करके राष्ट्र की रक्षा करने में महिला शक्ति’विषय पर आधारित है।

झांकी में रक्षा अनुसंधान एवं विकास में महिलाओं की भागीदारी को प्रमुखता से उजागर किया जाएगा। उत्कृष्ट वैज्ञानिक सुनीता देवी जेना दल कमांडर होंगी, उनके साथ पी लक्ष्मी माधवी, श्रीमती जे सुजाना चौधरी और ए भुवनेश्वरी भी झांकी में मौजूद रहेंगी।झांकी में मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम), एंटी-सैटेलाइट (एएसएटी) मिसाइल, अग्नि -5, सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल, बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस), नौसेना एंटी-शिप मिसाइल – शॉर्ट रेंज (एनएएसएम-एसआर), एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ‘हेलिना’, क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम), एस्ट्रा, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ‘तेजस’, एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रडार (एईएसएआर)’उत्तम’, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम ‘शक्ति’, साइबर सुरक्षा सिस्टम, कमांड कंट्रोल सिस्टम और सेमी कंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा भी शामिल होंगी।

भारतीय तट रक्षक

भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) दल का नेतृत्व सहायक कमांडेंट चुनौती शर्मा करेंगी और उनके बाद गार्ड सहायक कमांडेंट स्तर की अधिकारी प्रिया दहिया, हार्दिक और पल्लवी होंगी।154 जहाजों और 78 विमानों के बेड़े के साथ आईसीजी समुद्र में खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है।यह 4.6 मिलियन वर्ग किलोमीटर भारतीय खोज और बचाव क्षेत्र में समुद्री खोज और बचाव के समन्वय के लिए नोडल एजेंसी भी है।इसने अपनी स्थापना के बाद से समुद्र में लगभग 11,516लोगों की जान बचाई है, यानी हर दूसरे दिन एक जान बचाई है।

सीएपीएफ और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियां

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियों का नेतृत्व महिला कर्मी करेंगी।सीमा सुरक्षा बल के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व सहायक कमांडेंट मोनिका लाकड़ा करेंगी। सहायक कमांडेंट तन्मयी मोहंती केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल;सहायक कमांडेंट मेघा नायर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल;सहायक कमांडेंट मोनिया शर्मा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस;डिप्टी कमांडेंट नैंसी सिंगला सशस्त्र सीमा बल;और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्वेता के सुगथनदिल्ली पुलिस के दल का नेतृत्व करेंगी।

सीमा सुरक्षा बल की ऊंट टुकड़ी का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह खींची करेंगी। दूसरी बार, महिला ऊंट सवार अपने सजे हुए ऊंटों पर परेड में हिस्सा लेंगी।

एनसीसी दल

एनसीसी की विभिन्न टुकड़ियोंका प्रतिनिधित्व महिला कर्मी करेंगी।पहली बार इस परेड में ऑल-गर्ल ट्राई-सर्विस मार्चिंग दस्ता होगा,जिसका नेतृत्व उत्तर प्रदेश निदेशालय की सीनियर अंडर ऑफिसर तनु तेवतिया करेंगी।148 कैडेटों वाली लड़कियों की मार्चिंग टुकड़ी (सेना) का नेतृत्व कर्नाटक और गोवा निदेशालय की सीनियर अंडर ऑफिसर पुन्न्या पोन्नम्मा करेंगी।एनसीसी बैंड में लड़कियों का ही प्रतिनिधित्व दिखेगा।बिड़ला बालिका विद्या पीठ पिलानी, राजस्थान और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र की लड़कियों के संयुक्त बैंड का नेतृत्व सीनियर अंडर ऑफिसर यशस्विका गौड़ और अंकिता शर्मा करेंगी।

एनएसएस दल

दो सौ (200) महिला स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) दल का गठन करेंगी।इसका नेतृत्व एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय, गुवाहाटी की रागिना तमांग करेंगी जो सिक्किम की हैं।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार बहादुरी, कला एवं संस्कृति, खेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवाचार और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चों को प्रदान किया जाता है। इस वर्ष पुरस्कार विजेता इस प्रकार हैं:

क्रमांक नाम

 

राज्य वर्ग
1. आदित्य विजय ब्रम्हणे (मरणोपरांत) महाराष्ट्र वीरता
2. अनुष्का पाठक उत्तर प्रदेश कला एवं संस्कृति
3. अरिजीत बनर्जी पश्चिम बंगाल कला एवं संस्कृति
4. अरमान उबरानी छत्तीसगढ़ कला एवं संस्कृति
5. हेतवी कांतिभाई खिमसुरिया गुजरात कला एवं संस्कृति
6. इशफाक हामिद जम्मू एवं कश्मीर कला एवं संस्कृति
7. एमडी हुसैन बिहार कला एवं संस्कृति
8. पेंड्याला लक्ष्मी प्रिया तेलंगाना कला एवं संस्कृति
9. सुहानी चौहान दिल्ली नवाचार
10. आर्यन सिंह राजस्थान विज्ञान प्रौद्योगिकी
11। अवनीश तिवारी मध्य प्रदेश सामाजिक सेवा
12. गरिमा हरियाणा सामाजिक सेवा
13. ज्योत्सना अख्तर त्रिपुरा सामाजिक सेवा
14. सय्याम मजुमदार असम सामाजिक सेवा
15. आदित्य यादव उत्तर प्रदेश खेल
16. चार्वी ए कर्नाटक खेल
17. जेसिका नेयी सरिंग अरूणाचल प्रदेश खेल
18. लिन्थोई चनांबम मणिपुर खेल
19. आर सूर्य प्रसाद आंध्र प्रदेश खेल

इस वर्ष जीपों में सवार अठारह विजेता बच्चों को कर्तव्य पथ पर ले जाया जाएगा।

झांकी

इस बार परेड के दौरान 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की झांकियां कर्तव्य पथ पर चलेंगी, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और रचनात्मकता को प्रदर्शित करेंगी। ये हैं:

क्रमांक राज्य/संघ राज्य क्षेत्र विषय
1 अरूणाचल प्रदेश बुगुन समुदाय रिजर्व – विकसित भारत
2 हरियाणा मेरा परिवार – मेरी पहचान
3 मणिपुर थम्बल गी लंगला – कमल धागे
4 मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर महिला – विकास का मंत्र
5 ओडिशा विकसित भारत में महिला सशक्तिकरण
6 छत्तीसगढ़ ‘बस्तर मुरिया दरबार की आदिम जन संसद
7 राजस्थान विकसित भारत में- पधारो म्हारे देश
8 महाराष्ट्र भारतीय लोकतंत्र के लिए प्रेरण: छत्रपति शिवाजी महाराज
9 आंध्र प्रदेश ‘आंध्र प्रदेश में स्कूली शिक्षा में बदलाव से छात्रों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना
10 लद्दाख विकसित भारत: लद्दाख की यात्रा में रोजगार के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना
11 तमिलनाडु प्राचीन तमिलनाडु में कुदावोलाई प्रणाली – लोकतंत्र की जननी
12 गुजरात धोर्डो: गुजरात के सीमा पर्यटन का एक वैश्विक प्रतीक
13 मेघालय मेघालय का समृद्ध पर्यटन
14 झारखंड झारखंड का तसर सिल्क
15 उत्तर प्रदेश अयोध्याः विकसित भारत-समृद्ध विरासत
16 तेलंगाना जमीनी स्तर पर लोकतंत्र: तेलंगाना के स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत

इसके अलावा, नौ मंत्रालय/विभाग/संगठन नवीन झांकियों के माध्यम से अपनी उपलब्धियों और प्रगति को प्रदर्शित करेंगे। ये हैं:

क्रमांक मंत्रालय/विभाग/संगठन विषय
1 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रयान 3 – भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक गाथा
2 वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) सीएसआईआर के वैज्ञानिकों की कोशिश से बैंगनी क्रांति
3 इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सामाजिक सशक्तिकरण के लिए जिम्मेदार एआई
4 बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय सागरमाला
5 भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, गृह मंत्रालय, उज्ज्वल गांव
6 विदेश मंत्रालय जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता
7 भारत निर्वाचन आयोग भारत – लोकतंत्र की जननी
8 केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ‘सेंट्रल विस्टा – विकसित भारत का प्रतिबिम्ब’
9 संस्कृति मंत्रालय भारत: लोकतंत्र की जननी

वंदे भारत 3.0

रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय लगातार तीसरे वर्ष ‘ नारी शक्ति की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति – संकल्प से सिद्धिविषय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘वंदे भारतम’प्रस्तुत करेंगे।लगभग 1,500 महिला नर्तक विविधता में एकता का संदेश देते हुए रंगारंग प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी। इस भव्य प्रदर्शन में विभिन्न राज्यों में विशिष्ट रूप से प्रचलित 30 लोक नृत्य शैलियों के साथ-साथ समकालीन शास्त्रीय नृत्य और बॉलीवुड शैलियां भी शामिल हैं। इन कलाकारों में आदिवासी नर्तक, लोक नर्तक और शास्त्रीय नर्तक शामिल हैं।

मोटरसाइकिल प्रदर्शन

सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी की महिला कर्मी मोटर साइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसिक करतब दिखाकर देश कीनारी शक्ति का प्रदर्शन करेंगी। इसमें 260 से अधिक महिलाएं चंद्रयान, सर्वत्र सुरक्षा, अभिवादन और योग से सिद्धि सहित विभिन्न बनावटों के माध्यम से अपनी बहादुरी, वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करेंगी।

सलामी उड़ान (फ्लाई पास्ट)

और फिर नजरें कर्त्तव्यपथ से हटकर आसमान की ओर चली जाएंगी,जहां 54 विमानों/हेलीकॉप्टरों के लुभावने एयर शो के साथ भारतीय वायुसेना का सबसे बेसब्री से इंतजार किए जाने वाला कार्यक्रम’फ्लाई-पास्ट’शुरू होगा। इनमें फ्रांसीसी वायु एवं अंतरिक्ष बल के तीन विमान, भारतीय वायु सेना के 46, भारतीय नौसेना का एक और भारतीयसेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल होंगे।

लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ‘तेजस’, राफेल, एसयू-30, मिग-29 अपग्रेड, पी-8आई, जगुआर, डकोटा, डोर्नियर, सी-17, सी-130जे के साथ-साथ लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर”प्रचंड’, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और अपाचे जैसे पुराने और आधुनिक विमान तेजस, नेत्र, वरुण, वज्रांग, त्रिशूल, अमृत, प्रचंड, अर्जन और तंगेल सहित विभिन्न संरचनाओं का प्रदर्शन करेंगे। अंत में, राफेल लड़ाकू विमान वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास भी दिखाएगा। समारोह का समापन राष्ट्रगान और तिरंगे गुब्बारे छोड़े जाने के साथ होगा।

चूंकि देश 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, इसलिए कई अनूठी गतिविधियों का आयोजन किया गया है। इनका विवरण नीचे दिया गया है:

विशेष अतिथि

इस वर्ष परेड देखने के लिए आमंत्रित लगभग 13,000 विशेष अतिथियों में विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण और शहरी), पीएम उज्ज्वला योजना, पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि), पीएम कृषि सिंचाई योजना, पीएम फसल बीमा योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना, पीएम अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना, पीएम मत्स्य संपदा योजना, स्टैंड-अप इंडिया योजना, प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना और राष्ट्रीय गोकुल मिशनका सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं। वाइब्रेंट गांवों के सरपंच, स्वच्छ भारत अभियान, इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्षेत्रों और सेंट्रल विस्टा परियोजना की महिला कार्यकर्ता, इसरो की महिला अंतरिक्ष वैज्ञानिक, योग शिक्षक (आयुष्मान भारत), अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के विजेता और पैरालंपिक पदक विजेता भी आमंत्रित हैं।

इसके अलावा, सर्वश्रेष्ठ स्वयं सहायता समूह, किसान उत्पादक संगठन, पीएम मन की बात कार्यक्रम के संदर्भ और प्रोजेक्ट वीर गाथा 3.0 के ‘सुपर-100’और राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता के विजेता इस बार की परेड में शामिल होंगे। इन खास मेहमानों को कर्तव्यपथ पर प्रमुखता से बैठाया जाएगा।

अनंत सूत्र

संस्कृति मंत्रालय परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर अनंत सूत्र – द एंडलेस थ्रेडकपड़ा इंस्टालेशन का प्रदर्शन करेगा। इसे बाड़ों में बैठे दर्शकों के पीछे लगाया जाएगा। अनंत सूत्र साड़ी को एक शानदार श्रद्धांजलि है, जो फैशन की दुनिया के लिए भारत का शाश्वत उपहार है।यह अनोखा इंस्टालेशन देश के हर कोने से लगभग 1,900 साड़ियों और पर्दों को प्रदर्शित करेगा, जो कर्तव्य पथ के साथ लकड़ी के फ्रेम के साथ ऊंचाई पर लगाए गए हैं।इसमें क्यूआर कोड होंगे जिन्हें स्कैन करके इसमें इस्तेमाल की जाने वाली बुनाई और कढ़ाई कला के बारे में विवरण जाना जा सकता है।

राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता

रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से स्कूली बच्चों में देशभक्ति, एकता की भावना जगाने और देशके प्रति गर्व की गहरी भावना पैदा करने के लिए गणतंत्र दिवस समारोह 2024 के लिए अखिल भारतीय स्तर पर एक राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता आयोजित की। इस प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले 21 और 22 जनवरी, 2024 को मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, नई दिल्ली में हुआ। पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय, सूरतगढ़, श्रीगंगानगर, राजस्थान;सेंट टेरेसा हायर सेकेंडरी स्कूल, कन्नूर, केरल;द्रौपदी गर्ल्स हाई स्कूल, निशापोसी, मयूरभंज, ओडिशा और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, वेस्ट पॉइंट, गंगटोक, सिक्किम को क्रमशः पाइप बैंड बॉयज़, ब्रास बैंड गर्ल्स, पाइप बैंड गर्ल्स और ब्रास बैंड बॉयज़ श्रेणियों में विजेता घोषित किया गया।

वीर गाथा 3.0

सशस्त्र बलों के वीरतापूर्ण कार्यों और बलिदानों के बारे में बच्चों को प्रेरित और जागरूक करने के लिए गणतंत्र दिवस समारोह 2024के एक भाग के रूप में प्रोजेक्ट वीर गाथा का तीसरा संस्करण आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से 13 जुलाई से 30 सितंबर, 2023 के बीच आयोजित किया था। पूरे भारत के 2.42 लाख स्कूलों के रिकॉर्ड 1.36 करोड़ छात्रों ने वीर गाथा 3.0 कार्यक्रम में भाग लिया।’सुपर-100’कहे जाने वाले कुल 100 स्कूली छात्रों को विजेता घोषित किया गया। उन्हें 25 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने सम्मानित किया।

भारत पर्व और पराक्रम दिवस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती समारोह के साथ दिल्ली के लाल किले में पराक्रम दिवस समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भारत पर्व का भी शुभारंभ किया जो गणतंत्र दिवस की झांकियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनियों के साथ देश की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करेगा।

स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले दिग्गजों के योगदान को उचित रूप से सम्मानित करने के लिए कदम उठाने के प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूपनेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।इस वर्ष लाल किले पर आयोजित होने वाला कार्यक्रम ऐतिहासिक प्रतिबिंबों और जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को एक साथ समेटने वाला एक बहुआयामी उत्सव होगा। इन गतिविधियोंमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आज़ाद हिंद फ़ौज की गहन विरासत पर प्रकाश डाला जाएगा।यह समारोह 31 जनवरी, 2024 तक जारी रहेगा।

भारत पर्व 31 जनवरी तक भी जारी रहेगा। यह गणतंत्र दिवस की झांकियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की समृद्ध विविधता का प्रदर्शन करेगा। इसमें नागरिक-केंद्रित पहल, लोकल के लिए वोकल, विविध पर्यटक आकर्षण आदि पर 26 मंत्रालयों और विभागों के किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला जाएगा।

पार्क एवं सवारी एवं मेट्रो सुविधा

गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए जनता को नि:शुल्क पार्क एंड राइड और मेट्रो सुविधा प्रदान की जाएगी।मेट्रो 26 जनवरी 2024 को सुबह 04:00 बजे से चालू हो जाएगी।मेहमान और टिकट धारक अपना निमंत्रण/टिकट दिखाकर मेट्रो सुविधा का निःशुल्क लाभ उठा सकते हैं। जेएलएन स्टेडियम और पालिका बाजार पार्किंग क्षेत्र में मेहमान और टिकट धारक नि:शुल्क पार्क एंड राइड बस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

पीएम की एनसीसी रैली

पीएम की एनसीसी रैली 27 जनवरी, 2024 को दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में होने वाली हैजहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनसीसी की विविध गतिविधियों की समीक्षा करेंगे।

बीटिंग रिट्रीट

बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी, 2024 को विजय चौक पर आयोजित किया जाएगा जो गणतंत्र दिवस समारोह के समापन को चिह्नित करने के लिए सभी भारतीय धुनों का गवाह बनेगा। इसमें ऐ मेरे वतन के लोगों, कदम-कदम बढ़ाए जाफौलाद का जिगरताकत वतन की हमसे हैकारगिल और शंखनाद सहित कई धुनें विशिष्ट दर्शकों के सामने भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और सीएपीएफ के बैंड द्वारा बजाई जाएंगी। इन विशिष्ट दर्शकों में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह,अन्य केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और आम जनता शामिल हैं।

इन भारतीय धुनों को लोगों तक पहुंचाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने मायगॉव के साथ मिलकर एक ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया है।22 जनवरी से शुरू और 29 जनवरी तक जारी रहने वाली इस प्रतियोगिता के दौरानप्रतिभागी वोकल या इंस्ट्रुमेंटल मोड द्वारा बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी 2024 की धुनों पर अपनी वीडियो क्लिप बना सकते हैं और इसके लिए समर्पित मायगॉव पोर्टल पर अपनी प्रविष्टियां अपलोड कर सकते हैं।

धुनों का लिंक (गीत के साथ) मायगॉवप्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।प्रतिभागियों द्वारा अपलोड की जाने वाली वीडियो क्लिप की लंबाई 45-60 सेकंड के बीच होनी चाहिए।सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों (प्रत्येक श्रेणी में) को निम्नानुसार पुरस्कार राशि दी जाएगी:

वोकल श्रेणी इंस्चट्रूमेंटल श्रेणी
प्रथम पुरस्कार रु. 25,000/- प्रथम पुरस्कार रु. 25,000/-
द्वितीय पुरस्कार रु. 15,000/- द्वितीय पुरस्कार रु. 15,000/-
तृतीय पुरस्कार रु. 10,000/- तृतीय पुरस्कार रु. 10,000/-

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