हिमशिखर ब्यूरो
देहरादून। सेना में रहकर दुश्मनों के दांत खट्टे कर कई कीर्तिमान स्थापित करने वाले कर्नल (रिटायर्ड) अजय कोठियाल ने आज राजनीति में पदार्पण कर दिया है। सोमवार को देहरादून में हुए कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रभारी ने अजय कोठियाल को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान अजय कोठियाल ने पूर्व सैनिक, महिलाओं और युवाओं से साथ देने की अपील की। देहरादून के एक होटल में मिशन उत्तराखण्ड नवनिर्माण के तहत आयोजित कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी ने विधिवत अजय कोठियाल को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
केजरीवाल बोले, पहाड़ का पानी और जवानी आएगी पहाड़ के काम
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखण्ड की जनता को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने पार्टी में कर्नल अजय कोठियाल का स्वागत किया। कहा कि अजय कोठियाल जो ठान लेते हैं, वह करके दिखाते हैं। कहा कि हम सब मिलकर उत्तराखण्ड का नवनिर्माण करेंगे।
नामी संस्थानों को दिखाया था आईना
कारगिल युद्ध में कर्नल ने अदम्य साहस दिखाकर पाक सैनिकों को ढेर किया था। साथ ही सेना के सर्वोच्च सम्मान कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल जैसे सम्मान उनके नाम दर्ज हैं। इसके अलावा कर्नल अजय कोठियाल ने सेना में रहते हुए बतौर पर्वतारोही विश्व के सबसे ऊंचे शिखर माउंट एवरेस्ट को 2 बार फतेह करने, केदारनाथ आपदा पुनर्निर्माण में अपने योगदान दिया था। 2013 में आई केदारनाथ महाप्रलय के बाद वहां रास्ते, पुल, सुरक्षा कार्य जैसे कार्य कर कर्नल ने राज्य और केंद्र के नामी संस्थानों को आईना दिखाया।
यह है कर्नल का सपना
कर्नल कोठियाल ने उत्तराखण्ड की राजनीति में आने का निर्णय कुछ अलग करने के लिए लिया है। उनका कहना है कि उत्तराखण्ड की स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क, जंगल, जमीन, पर्यटन, रोजगार, महिलाओं के बोझ को कम करने, पलायन जैसे राज्य हित के मुद्दों पर 20 साल में कोई भी पार्टी खरी नहीं उतर पाई है। ऐसे में वह राजनीति के रास्ते पर चलकर कुछ नया करने की सोच रहे हैं।
मिशन 2022 के चुनावी रण में इन सीटों से उतर सकते हैं
सूबे में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कर्नल अजय कोठियाल केदारनाथ, गंगोत्री या फिर देहरादून कैंट सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। उक्त तीनों सीटें कर्नल कोठियाल के राजनीतिक रण में उतरने के लिए काफी मुफीद मानी जा रही हैं। इन सीटों से कर्नल कोठियाल के चुनाव मैदान में उतरने के अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं। यह माना जा रहा है कि केदारनाथ क्षेत्र में आपदा के दौरान कर्नल कोठियाल के नेतृत्व में पुनर्निर्माण कार्य हुए। वहीं उत्तरकाशी नेहरु पर्वतारोहण संस्थान में रहते हुए गंगोत्री क्षेत्र के लोगों में कर्नल कोठियाल की गहरी पैठ है। तो देहरादून कैंट विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक फौजी वोटर हैं।