हिमशिखर धर्म डेस्क
विनोद चमोली
कोरोना महामारी के कारण हिमालय स्थित चार धाम में इस साल श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत नहीं है। ऐसे में जाहिर सी बात है कि चार धामों में रावल और तीर्थ पुरोहित ही रोजाना पूजा-अर्चना करेंगे। वर्तमान में कोरोना संकट काल में चारों धाम के पुजारियों ने विश्व मंगल कामना और विश्व भर से कोरोना संकट से मुक्ति के लिए विशेष पूजा-अर्चना करने का संकल्प लिया है। इतिहास गवाह है कि दवा के साथ जब दुआएं शामिल हों तो अधिक असरदार होती है। दुआएं सीधे ईश्वर तक पहुंचती हैं, जिससे समूचे वातावरण में सकारात्मक किरणों का संचार होता है।
हिमालय स्थित चार धाम यात्रा उत्तरकाशी के यमुनोत्री से शुरू होकर, गंगोत्री धाम से केदारनाथ होते हुए बदरीनाथ धाम में पहुंचकर विराम लेती है। चार धाम यात्रा भारत में सबसे लोकप्रिय आध्यात्मिक यात्राओं में से एक है। चार धाम के प्रति लोगों में आस्था और विश्वास होने के कारण हर साल लाखों लोग दूर-दूर से देवभूमि में अपने आराध्य के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। यही कारण है कि चार धाम के कपाट खुलने का लोगों में बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण भगवान और भक्त के बीच बाधक बन गया है। सरकार की ओर से श्रद्धालुओं से घर पर रहकर ही पूजा-पाठ करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन भक्तों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। चारों धाम में विश्व मंगल कामना के लिए विशेष पूजा-प्रार्थनाओं का दौर शुरू हो गया है। लेकिन दवा के साथ दुआएं तभी काम करेंगी, जब सभी लोग सरकार की गाइडलाईन का भी सच्चे दिल से पालन करेंगे।
बदरीनाथ धाम के अर्चक जगत के पालक ‘भगवान नारायण’ से कर रहे प्रार्थना
भू-वैकुंठ बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी का कहना है कि भगवान नारायण को समस्त चर अचर जगत की उत्पत्ति व लय का कारण माना जाता है। सर्वव्यापी नारायण से परे कुछ नहीं है, नारायण यानी विष्णु ही अनंत ब्रह्म है। इस समय कोरोना महामारी का संकट चल रहा है। ऐसे में धाम के कपाट खुलते ही जगत के पालक भगवान विष्णु से विश्व कल्याण और वैश्विक महामारी कोरोना से निजात दिलाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है। कहा कि कोरोना महामारी से संघर्ष प्राणपन से जुटे कोरोना योद्धाओं डाक्टर, नर्सेज, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी सहित सभी कोरोना वारियर के साथ-साथ कोरोना ग्रस्त मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की जाएगी। हर विषम परिस्थिति में लोगों को धैर्य बनाए रखना चाहिए।
भगवान केदारनाथ से कर रहे कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना
केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी वागेश लिंग का कहना है कि भगवान शंकर, ‘आशुतोष’ अपनी शरण में आने वाले सभी भक्तों को दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्रदान करते हैं। भगवान शिव बड़े ही भोले और दयालु हैं और उनकी महिमा अपरंपार है। विश्व मंगल और कोरोना संकट से निजात दिलाने के लिए बाबा केदारनाथ का रोजाना विशेष अभिषेक-पूजन किया जा रहा है। कहा कि भगवान भोलेनाथ कोरोना रूपी अदृश्य शत्रु से जल्द ही मुक्ति दिलाएंगे।
मां गंगा से कर रहे कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना
गंगोत्री धाम के सचिव दीपक सेमवाल का कहना है कि गंगा स्तोत्र में कहा गया है कि-रोग शोक ताप पापं हर में भगवती कुमती कलापम। मां भगवती गंगा जी में वोे शक्ति है कि उनके स्मरण मात्र से ही मानव का कल्याण हो जाता है। मां गंगा के जल का आमचन, स्नान करने से हर प्रकार के रोगों का निवारण हो जाता है। इसलिए विश्व कल्याण के लिए धाम के सभी पुजारी और पुरोहित गंगा सहस्रनाम पाठ, गंगा लहरी पाठ, गंगा स्तोत्र पाठ व हवन आदि पूजाएं नित्य कर रहे हैं
मां यमुनोत्री से कर रहे विशेष प्रार्थना
यमुनोत्री धाम के सचिव कृतेश्वर उनियाल का कहना है कि मां यमुना सूर्यपुत्री है और यमराज व शनि महाराज की बहन है। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यमुनोत्री धाम में मानव जाति के कल्याण हेतु वर्तमान में चल रही वैश्विक महामारी की जड़मुक्त रोकथाम हेतु रोजाना पूजा एवं महाभिषेक मां यमुना मंदिर के गर्भ गृह के साथ ही यमुना दिव्य शिला पर अर्चना की जा रही है। निश्चित ही आने वाले समय में जो महामारी चल रही है, वह हमारे देश से ही नहीं बल्कि संपूर्ण संसार से जड़ मुक्त हो जाएगी।