हिमशिखर ब्यूरो
नई दिल्ली
उत्तराखण्ड कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष की नेता डाॅ इंदिरा ह्रदयेश का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। आज सुबह उन्हें गंभीर हालत में दिल्ली के एक अस्पताल में एडमिट करवाया गया था।
कांग्रेस संगठन की बैठक में शामिल होने गई थीं
बता दें कि वह दिल्ली में कांग्रेस संगठन की बैठक में शामिल होने गई थीं। जहां रविवार की सुबह उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया। जहां उनका निधन हो गया। कुछ समय पहले ही नेता प्रतिपक्ष कोरोना से उभरी थी। उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली से हल्द्वानी लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि देर सायं तक नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंचेगा और सोमवार को चित्रशीला घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पीएम मोदी ने जाहिर किया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इंदिरा ह्रदयेश की मौत पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक संदेश पोस्ट किया है।
उत्तराखण्ड की राजनीति में बड़ी भूमिका
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वरिष्ठ राजनेता और नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा ह्रदयेश के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा ह्रदयेश ने पिछले चार दशक से यूपी से लेकर उत्तराखण्ड की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाई। वे एक कुशल प्रशासक, वरिष्ठ राजनीतिज्ञ व संसदीय ज्ञान की जानकार थीं। उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली। विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं। मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूं। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप बहुगुणा ने शोक जताते हुए कहा कि इंदिरा ह्रदयेश का निधन प्रदेश के राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। प्रदीप बहुगुणा ने इंदिरा ह्रदयेश के कनिष्ठ पुत्र सुमित ह्रदयेश को अपने फोन के माध्यम से संवेदना जताई।