नई टिहरी : हरेला के अवसर पर वानिकी महाविद्यालय रानीचौरी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में रानीचौरी परिसर में विभिन्न प्रजाति के वृक्षों का वृक्षारोपण किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी अधिष्ठाता डा0 एसपी सती ने हरेला पर्व के महत्व एवं परम्परा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। निदेशक शोध डा0 अमोल वशिष्ठ ने हरेला पर्व का प्रकृति के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला।
निदेशक शिक्षा एवं सह-निदेशक प्रसार डा0 अरविन्द बिजल्वाण ने हरेला पर्व को पर्यावरण संरक्षण, खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक बताया।
इस अवसर पर वानिकी महाविद्यालय रानीचौरी के संकाय सदस्य, वैज्ञानिक एवं कार्मिकों ने हरेला वृक्षारोपण में प्रतिभाग किया एवं अपने द्वारा लगाये गये पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी भी ली।
इस अवसर पर वानिकी महाविद्यालय के संकाय सदस्य एवं वैज्ञानिकगण डा0 अजय यादव, डा0 आलोक येवले, डा0 चतर सिंह धनाई, डा0 अजय पालीवाल, डा0 राजेन्द्र सिंह बाली, डा0 राजेष बिजल्वाण, श्री इन्द्र सिंह, डा0 दीपा रावत, डा0 बी. एस. बुटोला, डा0 अरूणीमा पालीवाल, डा0 योगेश कुमार नेगी, ई0 पदम सिंह, डा0 मनोज कुमार रियाल, श्री नवीन तड़ियाल एवं कार्मिक हेमानन्द भट्ट, नरेश नेगी, मुकेश कोठारी, अनूप उनियाल, विकास भट्ट, संजय, सुभाश उनियाल आदि कार्मिकों ने हरेला वृक्षारोपण में प्रतिभाग किया।