- गीत “कर दे कमाल तू” को दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी संजीव सिंह ने लिखा और गाया है
- इस बार रिकॉर्ड 54 पैरा एथलीट नौ विभिन्न खेलों में हिस्सा लेंगे
नई दिल्ली : युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने नई दिल्ली में भारतीय पैरालंपिक दल के थीम-गीत “कर दे कमाल तू” को आनलाइन जारी किया। इस गीत को दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी संजीव सिंह ने लिखा और गाया है, जो लखनऊ के रहने वाले हैं। दरअसल, भारतीय पैरालंपिक समिति का विचार था कि समावेशिता के प्रतीक के रूप में दिव्यांग समुदाय के किसी व्यक्ति से ही गीत लिखवाया जाए। इस गीत के बोल न केवल खिलाड़ियों में जोश भरते हैं, बल्कि किसी भी तरह की शारीरिक बाध्यता का सामना करने वाले व्यक्तियों को भी प्रेरणा देते हैं कि वे खुद को कभी कमतर न समझें।
इस अवसर पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि,‘‘यह गीत शानदार पैरालम्पिक खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता और दृढ़ता का परिचायक है । भारतीय पैरा एथलीटों ने दुनिया भर में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर भारत को गौरवान्वित किया है ।’’
उन्होंने कहा,‘‘ भारत इस बार सबसे बड़ा पैरा एथलीटों का दल भेज रहा है जिसमें नौ खेलों के 54 पैरा खिलाड़ी शामिल हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे पैरा-एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगे!”
इस गीत के रचयिता और गायक संजीव सिंह ने कहा कि “मैं यही चाहता हूं कि यह गीत पैरा-एथलीटों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करे। वे अपने जीवन में पहले से ही विजेता हैं, लेकिन अगर वे जीत के साथ पदक प्राप्त करते हैं तो उस पदक के साथ पूरे देश का ध्यान उनकी ओर आकर्षित होगा और देश भी गौरवान्वित होगा।”
पीसीआई की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा कि, “भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ से संबंधित राष्ट्रीय समिति का सदस्य होने के नाते, मैं इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इंडिया@75 के समावेशी भारत के सपने को आगे बढ़ाने की दिशा में एक अवसर के तौर पर देखती हूं। भारत में पैरालंपिक अभियान ने बहुत ही कम समय में बहुत बड़ा आकार ले लिया है और पैरा स्पोर्ट्स की इस अभियान को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ी भागीदारी है। भारत में पैरा-स्पोर्ट्स को मुख्यधारा में लाने की जरूरत है। यह थीम गीत भारतीय पैरालंपिक दल के मनोबल को बढ़ाने के लिए रचा गया है। हम सभी भारतीयों से अनुरोध करते हैं कि थीम सॉन्ग को सुनकर और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके पैरालंपिक खेलों के लिए अपना समर्थन जाहिर करें।
बताते चलें कि इस बार रिकॉर्ड 54 पैरा-एथलीट 9 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेने जा रहे हैं। कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर इन खेलों में अपनी जगह बनाई है, जो इनसे पदक की उम्मीदों को बढ़ाता है।