“जैसी संगति बैठिए , तैसो ही फल दीन”

Uttarakhand

” *सुनहरे भोर का हार्दिक अभिनन्दन एवं सुस्वागत* ”

पंडित हर्षमणि बहुगुणा

*एक गृहिणी के साथ 10 मिनट बैठें – आप महसूस करेंगे कि जीवन बहुत कठिन है* ।
*एक शराबी के साथ 10 मिनट के लिए बैठो – आप महसूस करेंगे कि जीवन बहुत आसान है।*
*साधु-संन्यासियों के साथ 10 मिनट बैठें – आप ऐसा महसूस करेंगे कि दान में सब कुछ मिल जाएगा।*
*एक नेता के सामने 10 मिनट बैठें – आपको लगेगा कि आपकी सारी पढ़ाई बेकार है।*
*व्यापारियों के साथ 10 मिनट बैठें – आपको लगेगा कि आपकी कमाई बहुत कम है।*
*वैज्ञानिकों के साथ 10 मिनट के लिए बैठें – आप अपने स्वयं के अज्ञान की भारीता महसूस करेंगे।*
*अच्छे शिक्षकों के साथ 10 मिनट बैठें – आप फिर से एक छात्र बनने की इच्छा करेंगे।*
*एक किसान या कार्यकर्ता के सामने 10 मिनट बैठें – आपको लगेगा कि आप बहुत मेहनत नहीं कर रहे हैं।*
*एक सैनिक के साथ 10 मिनट के लिए बैठो – आप महसूस करेंगे कि आपकी अपनी सेवाएं और बलिदान महत्वहीन हैं।*
*एक अच्छे दोस्त के *साथ* *10 मिनट बैठें*- *आपको लगेगा कि आपका जीवन स्वर्ग हैं* ।
“‘ *मंगलमय जीवन की हार्दिक शुभकामनाओं सहित, सुप्रभात*

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