उत्तराखंड आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। योग और अध्यात्म के लिए विश्व विख्यात देवभूमि उत्तराखंड के स्थापना दिवस अवसर पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डा. पी.पी. ध्यानी ने राज्य के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने राज्य के स्वर्णिम भविष्य की हृदयतल से कामना की है।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डा. पी.पी. ध्यानी ने प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य ने स्थापना के 21 वर्ष पूरे कर लिए हैं। उत्तराखंड अब युवा अवस्था में पहुँच चुका है।
मंगलवार को राज्य स्थापना दिवस पर जारी अपने संदेश में कुलपति ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम सहित कई धार्मिक स्थल हैं। साथ ही गंगा और यमुना के उद्गम स्थल के रूप में भी यह राज्य जाना जाता है, इसलिए इसे देवभूमि भी कहा जाता है। उत्तराखंड हिमालय की तलहटी में बसा ऐसा राज्य है, जहाँ ग्लेशियर, घने जंगल और समृद्ध प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं।
राज्य गठन के समय प्रदेश की आर्थिक स्थिति खास ठीक नहीं थी। प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य की उपस्थिति न के बराबर थी। पहाड़ में सड़कों का नेटवर्क बेहद सीमित था। 21 साल की यात्रा में उत्तराखंड ने तरक्की की इबारत लिखी। लेकिन राज्य गठन की अपेक्षाओं को पूरा करने की कई चुनौतियां अभी बाकी हैैं।