देहरादून।
उत्तराखंड वासियों के वन अधिकारों को लेकर मुखर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई। किशोर उपाध्याय ने कहा कि उनकी अखिलेश और ममता बनर्जी से हुई मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से न देखा जाए।
किशोर ने कहा कि दोनों पार्टी के नेताओं से इसलिए मुलाकात की है क्योंकि इनकी पार्टी के विधायक विधानसभा और सांसद लोकसभा में बैठे हुए हैं। ऐसे में जंगल, पहाड़ और गंगा को बचाने का दायित्व इन लोगों का भी है। ऐसे में वे वन अधिकारों के मुद्दों को लेकर पार्टी नेताओं से मिल रहे हैं।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि अगर नदियां सूख जाएंगी तो सब जगह रेगिस्तान हो जाएगा और बीते दिनों राष्ट्रपति ने भी इस पर गहरी चिंता जताई है। ऐसे में जिन-जिन राज्यों से होकर गंगा सहित अन्य नदियां निकल रही हैं, वह उन-उन राज्यों के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। साथ ही वह उनसे मुलाकात में अपनी एक ही बात रख रहे हैं कि जो कानून इन नदियों और जंगलों के लिए बने हुए हैं उनका पालन होना चाहिए और साथ ही इसके लिए लोकसभा में आवाज उठनी चाहिए।