हर व्यक्ति जीवन में सफल होना चाहता है। सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं होता है। सफलता हासिल करने के लिए संघर्षों का सामना करना ही पड़ता है। सफलता उसी व्यक्ति को मिलती है जो कठिनाइयों का सामना कर आगे बढ़ता रहता है। संघर्षों का डटकर सामना करने वाला व्यक्ति ही जीवन के हर पड़ाव पर सफलता हासिल कर सकता है। आइए आज हम आपको टिहरी के एक युवक के संघर्ष और सफलता की दास्तां बता रहे हैं। संघर्षों से जूझकर ही गांव का सीधा-साधा युवक द्वारिका प्रसाद रतूड़ी सात समुंदर पार चीन में अब एक जाना-मान होटल व्यवसायी और फिल्म स्टार देव रतूड़ी बन चुका है।
नई टिहरी।
अक्सर जीवन में हमने कई बार दूसरों को यह कहते हुए सुना होगा कि ‘हमें जीवन में आगे बढ़ने का अवसर ही नहीं मिला।’ लेकिन यह अपनी जिम्मेदारी से भागने और अपनी गलती छुपाने का बस एक बहाना होता है। अवसर हमारे सामने से आते-जाते रहते हैं, पर हम उन्हें पहचान नहीं पाते या पहचानने में देर कर देते हैं। कई बार हम अवसर सिर्फ इसलिए चूक जाते हैं, क्योंकि हम बड़े अवसर की ताक में रहते हैं, पर अवसर बड़ा या छोटा नहीं होता। हमें हर अवसर का भरपूर उपयोग करना चाहिए। ठीक इसी तरह दो दशक पूर्व टिहरी के सुदूरवर्ती गांव केमरसौड़ के देव रतूड़ी ने छोटे अवसरों को पहचाना और सफलता की सीढ़ियों में चढ़ते चले गए।
रोजगार की तलाश में टिहरी का देव पहुंचा दिल्ली
टिहरी के गांव केमरसौड़ से हाईस्कूल पास करने के बाद देव रतूड़ी आम पहाड़ियों की तरह 1995 में रोजगार की तलाश में दिल्ली पहुंचे। रहने-खाने का कोई ठिकाना नहीं था। पता चला कि एक डेयरी में एक युवक की जगह खाली है। फिर क्या था, डेयरी में महज 400 रुपए की नौकरी शुरु कर दी। रोजाना गाय-भैंसों को नहलाया और घर-घर दूध बेचा।
भाई के साथ पहुंचे मुंबई
देव रतूड़ी को बचपन से ही अभिनय का शौक था। फिल्मों में कलाकारों को देखकर उनके मन में भी अभिनेता बनने की इच्छा हिलोरे मारने लगती। 1998 में वे अपने बड़े भाई के साथ मुंबई चले गए। भारतीय फिल्म उद्योग ‘बॉलीवुड’ में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन कैमरा, स्पॉटलाइट का सामना करते हुए यह संभव नहीं हो पाया।
रोजगार की तलाश में पहुंचे चीन
2005 में देव रतूड़ी रोजगार की तलाश में चीन पहुंचे। चीन के एक शहर में एक होटल में वेटर की नौकरी की। वहां रहते हुए चीनी भषा सीखी तो वहां होटल में तरक्की के विकल्प खुल गए।इस दौरान चीन में अपनी लंबी यात्रा में चीनी फिल्मों और टीवी श्रृंखला में काम करने का अवसर मिला। सौभाग्य से उनका आत्मविश्वास समय के साथ बढ़ता गया। कड़ी मेहनत के बल पर अन्य फिल्मों और टीवी सीरीज में कई अवसर मिलते चले गए।
फिल्म और सीरियल में भी अपनी छाप छोड़ी
चीनी फिल्म और सीरियल में भी अपनी छाप छोड़ी है। आज देव रतूड़ी वहां के सफल अभिनेताओं में से एक हैं। उनके अभिनय का ही कमाल है कि चीन की अब तक कई फिल्मों और 2 टीवी श्रृंखलाओं में काम कर चुके हैं। यही नहीं देव चीनी फिल्मों के साथ-साथ हाॅलीवुड की फिल्मों में भी दस्तक दे चुके हैं। इसमें गैंगस्टर, डॉक्टर, अंतरिक्ष यात्री, विशेष बल, पुलिस आदि शामिल हैं।
चीन में कई रेस्तरां के हैं मालिक
2013 में देव को शियान में बन रहे एक मॉल में भारतीय रेस्त्ररा खोलने का मौका मिला। पैसा था नहीं तो लोगों से सहयोग मांगा। उन्होंने भी बड़ा दिल दिखाते हुए फाइनेंस कर दिया। इसके बाद आज उनके पास शियान में रेडफोर्ट रेस्त्ररां जानमाना भारतीय रेस्त्रां है। आज इस नाम से वहां चार रेस्तरां हैं। इसके बाद अंबर नाम से तीन और रेस्तरां भी खोले।