“मांजी का इस तरह प्रभु श्रीचरणों में विलीन हो जाना अकल्पनीय व अविश्वसनीय है एक दिन भी सेवा का अवसर नहीं दिया, यही दुःखद है। “शनिवार सायं अकस्मात् फिसली डाक्टरों की सलाह पर टूटे कुल्हे का सफल आपरेशन हुआ बृहस्पति वार को अस्पताल से छुट्टी और सरलता से शनिवार प्रात: विदा।” इस अपरिहार्य स्थति में आप लोगों द्वारा प्रदत्त सान्त्वना के सम्बल ने अत्यधिक सहारा दिया इस हेतु हम आप सब के कृतज्ञ हैं व बहुत बहुत आभार व्यक्त करते हैं। मांजी की छत्र छाया से विरत, हम पर आपका अनुग्रह सदैव बना रहेगा ऐसी आकांक्षा करते हुए आप सबका हार्दिक धन्यवाद। मातृ चरणों में सादर प्रणाम, ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ शान्ति।* “‘
दिनांक पांच जनवरी को (05/01/2022) उनकी इस यात्रा के निमित्त तेरहवीं में मांजी के आशीर्वाद हेतु पितृभोज में आप सादर आमंत्रित हैं, कृपया दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए दर्शन देकर हमें कृतार्थ कीजिएगा ।
सादर ।
— शोक संतप्त —
हर्षमणि बहुगुणा
डॉ० राजेंद्र प्रसाद बहुगुणा
( गुरियाली रानीचौरी)