पंडित हर्षमणि बहुगुणा
2022 शनि देव का साल रहेगा। इस साल का पहला और आखिरी दिन शनिवार ही है। इसके साथ ही इस साल नए संवत्सर यानी हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी शनिवार को होगी। वहीं, साल के पांच महीने जनवरी, अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और दिसंबर में 5 शनिवार और तीन शनिवारी अमावस्या आएंगे। ऐसी स्थिति 2011 में बनी थी। साथ ही इस बार वसंत पंचमी, गुड़ी पड़वा, हनुमान जयंती, पितृपक्ष और धनतेरस सहित 17 बड़े व्रत-त्योहार शनिवार को रहेंगे।
ज्योतिष के नजरिये से देखा जाए तो 1993 के बाद अब 2022 में शनि 29 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि में आएंगे। फिर 12 जुलाई 2022 को वक्री होकर पुनः मकर राशि में विचरण करेंगे। इस साल में शनि दो बार राशि बदलेंगे और अपनी ही राशियों, मकर और कुंभ में रहेंगे। ज्योतिषि के अनुसार शनि की ये स्थिति शुभ रहेगी।
नए संवत्सर का राजा शनि
इस बार 2 अप्रैल से शुरू होने वाले नए संवत्सर 2079 का राजा शनि देव रहेंगे। साथ ही धन और बारिश का स्वामी भी शनिदेव रहेगा। इसलिए शनि के शुभ प्रभाव से निचले दर्जे के लोगों को तरक्की के मौके मिलेंगे। छोटे बिजनेस या नए स्टार्टअप बढ़ेंगे और सफल भी होंगे। दलित वर्ग को सम्मान और पद-प्रतिष्ठा मिलेगी। किसान और मजदूर वर्ग के लिए भी ये साल बहुत अच्छा रहेगा। सरकार जनहित में बड़े कदम उठाएगी। देश में न्याय प्रक्रिया मजबूत होगी। लोगों के हित में बड़े कानूनी फैसले होंगे। धर्म, आध्यात्म, शिक्षा व संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों का सम्मान बढ़ेगा। महिलाओं और युवाओं को रोजगार मिलेंगे।
इस साल 2 बार राशि बदलेगा शनि
शनि देव इस बार नए संवत्सर का राजा होने से सभी राशियों पर भी इस ग्रह का असर बढ़ जाएगा। इस साल शनि दो बार राशि बदलेगा। दोनों ही बार अपनी ही राशियों मकर व कुम्भ में होगा। इसलिए 2022 में कुल 08 राशियों पर शनि का सीधा असर रहेगा। शनि की मंगल के साथ युति होने से राष्ट्रीय नेतृत्व शत्रुओं के प्रति कड़ा रुख रखेगा, अतः शत्रु पक्ष भयभीत रहेगा। सभी तरह कैलेण्डर वर्ष शुभ फल कारक रहेगा। हम भी इस कैलेंडर वर्ष में शुभ फल की कामना करते हैं, सभी प्राणियों के मंगल मय भविष्य की शुभकामना करते हुए, मंगलमय भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं। उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना है