नई टिहरी।
टिहरी बांध से सटे जाखणीधार ब्लॉक के ग्राम पंचायत भट्टकंडा के लुणेटा में बीती रात को एक मकान टूट गया। इससे लोगों में दहशत है। वहीं, पुनर्वास विभाग के अनुसार पीड़ित परिवार को 70 प्रतिशत मकान का मुआवजा और विस्थापन के लिए जमीन दी जा चुकी है।
टिहरी बांध से सटे जाखणीधार ब्लॉक के लुणेटा तोक में बीती रात को गांव के राजेन्द्र प्रसाद का मकान अचानक से भरभराकर टूट गया। गनीमत रही कि वह बाहर वाले कमरे में थे। प्रभावितों का कहना है कि वे पिछले कई सालों से विस्थापन की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है।
मौके पर पहुँचे पूर्व विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि टिहरी बांध निर्माण से उत्पन्न समस्याओं और विस्थापितों और प्रभावितों के साथ किए गए समझौतों का सम्मान न होना, अत्यन्त चिंतनीय विषय है। कहा कि राजेन्द्र प्रसाद का मकान टूटने की घटना से पूरा गाँव दहशत में जी रहा है। उन्होंने शासन-प्रशासन से तुरन्त मामले का संज्ञान लेने को कहा है।
पूर्व विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि वे टिहरी बांध में पानी भरने के साथ पुनर्वास की लड़ाई लड़ रहे हैं। लोगों को न्याय दिलाने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक गए। कहा कि पिछले 10 सालों से विस्थापितों और प्रभावितों की समस्याओं की अनदेखी होना चिंता का विषय है। सरकार बनने के बाद विस्थापितों और प्रभावितों के साथ किए गए वादों को पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। भटकण्डा की प्रधान मधु भट्ट और पूर्व प्रधान प्रदीप भट्ट ने बताया कि रात को गांव के राजेन्द्र प्रसाद का मकान टूट गया।
इस मामले में पुनर्वास अवस्थापना खंड नई टिहरी के ईई डीएस नेगी का कहना है कि पीड़ित परिवार को 70 प्रतिशत मकान का मुआवजा और जमीन दी जा चुकी है। बताया कि नियमानुसार बाकी के 30 प्रतिशत का भुगतान मकान के ध्वस्तीकरण प्रमाण पत्र देने के बाद ही दिया जाएगा। बताया कि चरणबद्ध तरीके से प्रभावित गाँवों की विस्थापन की कार्यवाही की जा रही है।