पंडित उदय शंकर भट्ट
4 से 10 अप्रैल तक चैत्र महीने की नवरात्रि रहेगी। इन दिनों में तीन व्रत और एक बड़ा पर्व रहेगा। इस हफ्ते की शुरुआत गणगौर व्रत से होगी। इसके अगले दिन अंगारक चतुर्थी पर गणेशजी की विशेष पूजा की जाएगी। फिर बुधवार को पंचमी पूजन किया जाएगा। इसी दिन देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इसलिए इसे श्री पंचमी भी कहते हैं।
शनिवार को दुर्गाष्टमी की महापूजा और रविवार को महा नवमी की पूजा की जाएगी। इन दो दिनों में कन्या पूजन की भी परंपरा है। इस तरह रविवार को राम नवमी पर्व के साथ ये सप्ताह पूरा हो जाएगा। ज्योतिषीय नजरिये से भी ये हफ्ता खास रहेगा। क्योंकि इन दिनों मंगल और बुध का राशि परिवर्तन होगा। वहीं, सप्ताह में हर दिन खरीदारी के लिए कोई न कोई शुभ संयोग रहेगा। नवरात्रि होने से इस समय की गई खरीदारी सुख-समृद्धि देने वाली रहेगी।
4 से 10 अप्रैल तक का पंचांग
4 अप्रैल, सोमवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, तृतीया, गणगौर तीज
5 अप्रैल, मंगलवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, चतुर्थी अंगारक चौथ
6 अप्रैल, बुधवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, पंचमी
7 अप्रैल, गुरुवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, षष्ठी
8 अप्रैल, शुक्रवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, सप्तमी
9 अप्रैल, शनिवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, अष्टमी, महाष्टमी दुर्गा पूजा
10 अप्रैल, रविवार – चैत्र शुक्ल पक्ष, नवमी, राम नवमी
ज्योतिषी नजरिये से ये हफ्ता
4 अप्रैल, सोमवार – चर, बुधादित्य और रवियोग
5 अप्रैल, मंगलवार – सर्वार्थसिद्धि, रवियोग और कृत्तिका नक्षत्र
6 अप्रैल, बुधवार – सर्वार्थसिद्धि और रवियोग के साथ रोहिणी नक्षत्र
7 अप्रैल, गुरुवार – रवियोग और मृगशिरा नक्षत्र
8 अप्रैल, शुक्रवार – बुधादित्य, शोभन और पद्म योग
9 अप्रैल, शनिवार – अष्टमी तिथि, पुनर्वसु नक्षत्र और छत्र योग
10 अप्रैल, रविवार – सर्वार्थसिद्धि, रवि पुष्य और रवियोग