चंबा (टिहरी)।
वीर चक्र विजेता शहीद कुलदीप सिंह भंडारी मेले में सोमवार को शहीद के किल्लीखाल स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर शहीद के परिजनों व क्षेत्र के लोगों ने उनका भावपूर्ण स्मरण किया।
सोमवार को वीर चक्र विजेता शहीद कुलदीप सिंह भंडारी की याद में आयोजित मेले मे परिजन और लोग सोमवार को किल्लीखाल में बने शहीद के स्मारक स्थल पर पहुंचे। क्षेत्र के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित किए और शहीद का भावपूर्ण स्मरण किया। इस मौके पर श्री रथी देवता मंदिर समिति के महासचिव पृथ्वी सिंह अधिकारी ने कहा कि शहीद कुलदीप भंडारी सेना के जवानों के प्रेरणास्त्रोत हैं और उन्होंने उग्रवादियों के साथ लोहा लिया और शहीद होकर देश का नाम रोशन किया। ऐसे शहीदों की शहादत से सभी को देशसेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए। बताया कि इस साल सेना के जवान व्यस्तता के कारण श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंच सके। इस अवसर पर शहीद के भाई गंगा सिंह भंडारी, मंगल सिंह, जसवीर भंडारी, श्री रथी देवता मंदिर समिति के अध्यक्ष आषाढ़ सिंह अधिकारी सहित गांव के लोग मौजूद थे।
वर्ष 1988 में श्रीलंका में हुए थे शहीद
शहीद कुलदीप सिंह भंडारी थौलधार प्रखंड के अलेरू गांव के रहने वाले थे। वर्ष 1981 में वे पांचवीं गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। श्रीलंका में उग्रवाद को खत्म करने के लिए वर्ष 1988 में भारत की सेना वहां मदद के लिए गई थी, जिसमें कुलदीप सिंह भी शामिल थे। वहां उन्होंने उग्रवादियों से जमकर लोहा लिया और शौर्य व पराक्रम से लड़ते हुए 24 मई 1988 को वीर गति को प्राप्त हो गए। उनकी वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनके पैतृक गांव अलेरू के पास चंबा-धरासू मार्ग पर किल्लीखाल में बने स्मारक पर हर वर्ष 18 अप्रैल को सेना के जवान और स्थानीय लोग पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। इसी तिथि को उनकी याद में मेला भी आयोजित किया जाता है।