उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 308 शोधार्थियों को पी.एच.डी उपाधि व 66 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए

देहरादून

Uttarakhand

आज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल से गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, देहरादून के छठे दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम से पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रांगण में ‘वाल ऑफ हिरोज’ पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्वारा 308 शोधार्थियों को पी.एच.डी उपाधि व 66 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इस बात पर हर्ष है कि उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में छात्राओं की संख्या अधिक है जो महिला शक्ति को दर्शाता है। राज्यपाल ने सभी मेडल और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के आदर्श वीर माधो सिंह भण्डारी हम सबके लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनकी वीरता, तकनीकी कुशलता और दृढ़ संकल्प को हम आज भी याद करते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का संकल्प लेकर हमें तकनीकी के बल पर कार्य करना होगा। यहाँ की जल विद्युत परियोजनाएं, ऑर्गेनिक खेती, पयर्टन, तीर्थाटन, साहसिक गतिविधियों के साथ-साथ हर क्षेत्र में विकास की कहानी लिखते हुए इस धरती को हरियाली, खुशहाली और समृद्धि की ओर ले जाना होगा। राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि तकनीकी व रिसर्च एक साथ मिलकर राष्ट्र के भविष्य को बदल सकते हैं। हमें अपनी पुरातन सभ्यता, संस्कृति, आयुर्वेद, योगा को कदापि नहीं भूलना चाहिए, यह उत्तराखण्ड की अलग पहचान है जो हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप भारत और उत्तराखण्ड ही नहीं अपितु विदेशों में भी रोजगार सृजन की दिशा में कार्य करें। उन्होंने सभी उपाधि धारकों को उत्तराखण्ड राज्य के विकास व जनमानस के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में सहयोग करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने तकनीकी क्षेत्र से जुड़े युवाओं एवं तकनीकी विशेषज्ञों को रक्षा क्षेत्र में उनकी समस्याओं के निवारण के लिए आर्मी डिजाइन ब्यूरो के साथ एक समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया है, जो देश का प्रथम राज्य विश्वविद्यालय है, यह एक सराहनीय कदम है।

इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल, सचिव तकनीकी शिक्षा रविनाथ रामन, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी.पी.ध्यानी, पद्मश्री प्रो.ए.एम.पुरोहित, डॉ.आर.पी.गुप्ता सहित विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, विश्वविद्यालय के कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *