नई टिहरी।
अपर सचिव वन विभाग धर्म सिंह मीणा को वन संरक्षक भागीरथी वृत्त, मुनीकीरेती का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किया गया है। बुधवार को शासन ने इस संबंध में आदेश जारी किए।
शिवालिक बायो डायवर्सिटी पार्क की दी सौगात
मुनिकीरेती में शिवालिक जैव विविधता पार्क का ब्लू प्रिंट तत्कालीन डीएफओ धर्म सिंह मीणा ने ही तैयार किया था। प्रकृति के संरक्षण के साथ ही इससे रोजगार के नए दरवाजे भी खुले हैं। पार्क से लगभग 5000 लोगों को रोजगार मिल रहा है।
मानव-वन्य जीव संघर्ष पर लगाया विराम
देवप्रयाग और कीर्तिनगर क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों को देखते हुए पूर्व में डीएफओ धर्म सिंह मीणा ने मानव वन्य जीव लिविंग योजना चलाई थी। इसके जरिए क्षेत्र में मानव-वन्य जीव संघर्श के मामलों में कमी देखने को मिली।
हेंवल नदी का कर चुके हैं संरक्षण
आईएफएस अधिकारी धर्म सिंह मीणा पूर्व में नरेंद्रनगर वन प्रभाग की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर चुके हैं। बताते चलें कि मीणा हेंवल नदी का संरक्षण कर अपनी प्रतिभा को दिखा चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने शिवालिक जैव विविधता पार्क का ब्लू प्रिंट भी तैयार किया था।
मुहिम रंग ला रही है योजना
पहाड़ी इलाके में प्राकृतिक जल स्रोत ग्रामीणों की जीवन रेखा माना जाता है। यह जल स्रोत प्राचीन समय से ही गांव में पीने एवं अन्य घरेलू आवश्यकताओ की जलापूर्ति का मुख्य जरिया रहे हैं। ठीक इसी को ध्यान में रखते हुए पूर्व में डीएफओ मीणा ने हेंवल नदी के आस-पास के कई गांवों के प्राकृतिक पेयजल स्रोतों का संरक्षण कर चुके हैं। मुहिम रंग लाने से जल संचय के लिहाज से यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है।
पेयजल स्रोतों के आस-पास किया वृक्षों का रोपण
हेंवल नदी के प्राकृतिक पेयजल स्रोत संरक्षण के अभाव में सूखने लगे थे। वन विभाग ने हेंवल नदी पुनर्जीवन परियोजना के तहत जर्जर हो चुके पेयजल स्रोतों के संरक्षण का काम शुरू दिया था। पूर्व में डीएफओ मीणा ने एक दर्जन से अधिक प्राकृतिक पेयजल धाराओं को संरक्षित किया था। इसके लिए विभाग ने प्राकृतिक पेयजल स्रोतों के आस-पास चाल-खाल, चैकडेम, कंटूर ट्रैंच, जलकुंड और पानी बढ़ाने वाले वृक्षों का रोपण किया है। उनके इस प्रयास से पेयजल धारा रिचार्ज होने लगे हैं।