पंडित हर्षमणि बहुगुणा
भोलेनाथ की प्रिय सावन माह की शिवरात्रि आज रात को मनाई जाएगी। आज मंगल बार सायंकाल 6 बजकर 50 मिनट के बाद जलाभिषेक किया जा सकता है। चूंकि शिवार्चन के लिए चतुर्दशी तिथि महत्वपूर्ण है और रात्रि में चार प्रहरों में शिव पूजन शुभ कारक है। 27 जुलाई प्रात: चार बजकर दस मिनट तक उत्तम मुहुर्त है। इसलिए नौ बजे रात्रि के बाद द्वितीय प्रहर में जलाभिषेक उपयुक्त रहेगा। 27 जुलाई को रात नौ बजकर बारह मिनट तक चतुर्दशी तिथि है, यदि 26 जुलाई रात को जलाभिषेक न हो पाए तो 27 जुलाई दिन में भी किया जा सकता है या रात 9 बजे से पहले तक जल चढ़ाया जा सकता है।
शुभ मुहूर्त 26 जुलाई रात दस बजे से प्रात: चार बजे तक है। फिर शुभ कार्य हेतु सभी समय उपयुक्त हैं। मुहूर्त राशि के अनुसार भी देखे जा सकते हैं। पर सामुहिक रूप में वह भी नहीं हो सकता है। अतः अपने समयानुसार 26 जुलाई रात को जलाभिषेक कीजिए, शुभकामनाएं।