गर्भवती महिला का शव जंगल में बरामद होने से सनसनी, फूट-फूट कर रो पड़े परिजन, पति सहित पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज

हिमशिखर ब्यूरो

Uttarakhand

नई टिहरी। देवभूमि उत्तराखंड में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। टिहरी जिले की एक गर्भवती महिला का कंकाल 50 दिन बाद गांव के जंगल से झाड़ियों के बीच से बरामद हुआ है। गुमशुदा महिला का कंकाल बरामद होने पर कई सवाल उठ रहे हैं। सरस्वती देवी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से पर्दा उठाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।

कंड़ीसौड़ तहसील क्षेत्र के नगुण पट्टी के जामणी गांव से 50 दिन से गायब चल रही एक विवाहित महिला का कंकाल गांव से 500 मीटर दूर जंगल की झाडिय़ों के बीच मिला है। महिला की शिनाख्त परिजनों ने उसके कपड़ों से की है। बताया जा रहा है कि मृतका चार माह की गर्भवती भी थी। मायके पक्ष के लोगों ने हत्या की आशंका जताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जामणी गांव निवासी गबर सिंह ने गत माह 5 अगस्त को अपने ससुराल वालों को सूचना दी कि पत्नी सरस्वती देवी (27) के कहीं लापता हो गई। जिसके बाद धनोल्टी तहसील के सिंजल गांव निवासी सरस्वती देवी के पिता विजयपाल और अन्य रिश्तेदार अगले ही दिन जामणी गांव पहुंचे। लेकिन उससे कुछ देर पहले ही महिला के पति ने तहसील कंडीसौड़ पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। ससुराल और मायके पक्ष के लोगों ने सरस्वती की ढूढ खोज की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पाई। कही पता नहीं चलने पर ससुराल पक्ष ने डीएम से मामले की जांच रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग की। 19 अगस्त को राजस्व पुलिस से मामला थाना थत्यूड़ को ट्रांसफर कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। खोजबीन के बावजूद महिला का पता नहीं चल पाया। शनिवार सायं को गांव की कुछ महिलाएं चारापत्ती के लिए जंगल जा रही थी। तभी उन्हें गांव से 500 मीटर दूर जंगल में झाडिय़ों के बीच कंकाल दिखाई दिया। सूचना पर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। महिला के पिता विजयपाल और पति गबर सिंह ने कपड़ों के आधार पर बताया कि यह कंकाल सरस्वती देवी का ही है। पंचनामा भरकर पुलिस ने कंकाल को जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा। मृतका के पिता विजयपाल ने बताया कि उनकी बेटी तीन-चार माह की गर्भवती थी। वह 9 जुलाई को ससुराल से नाराज होकर मायके आई थी। गर्भवती होने के कारण उन्होंने उसे समझा बुझाकर 24 जुलाई को ससुराल भेज दिया था। बताया कि बेटी की शादी अक्तूबर 2019 में हुई थी। तभी से उसका पति और सास, ससुर, जेठ और जेठानी दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे।

थत्यूड़ के थानाध्यक्ष मनीष नेगी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मृतका के पति गबर सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बताया कि मृतका का पति वाहन चालक का काम करता है। पुलिस जांच में जुट गई है। कहा कि जल्द मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। देखना है कि पुलिस कब तक संदिग्ध परिस्थितियों में हुई महिला की मौत की गुत्थी सुलझा पाएगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *