हिमशिखर धर्म डेस्क
देहरादून।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा इस समय चरम पर है। वहीं, चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित हो गई है। बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 19 नवंबर को बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही, उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा। विजयादशमी पर बदरीनाथ मंदिर में परंपरागत पूजा-पाठ के बाद पंचाग गणना कर कपाट बंद करने का मुहूर्त निकाला गया, जिसके अनुसार 19 नवंबर शनिवार शाम 3 बजकर 35 मिनट पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
11 वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व पर बन्द होंगे। 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मंदिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी गयी है। इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व पर तुला लगन में सुबह आठ बजे शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायेंगे।
द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द होने की तिथि भी विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी गयी है। इस बार मदमहेश्वर धाम के कपाट 18 नवम्बर को सुबह आठ बजे वृश्चिक लगन में शीतकाल के लिए बन्द किये जायेंगे। साथ ही पंच केदारो में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट बन्द होने की तिथि भी आज घोषित की गई। इस बार भगवान तुंगनाथ के कपाट 7 नवम्बर को शुभ लगनानुसार शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायेंगें।
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को अन्न कूट पर्व पर शीतकाल के लिए अपराहन 12:01 मिनट पर बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) में कर सकेंगे। गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त आज बुधवार को तीर्थ पुरोहितों ने निकाला। गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को अपराहन 12:01 बंद कर दिए जायेंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) में कर सकेंगे। यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्तूबर को भाई दूज के पावन पर्व पर 12 बजकर 09 मिनट पर सर्व सिद्धि योग, और अभिजीत मुहूर्त में बंद होंगे।