टिहरी झील बनेगा देश दुनिया के पर्यटकों के लिए नया डेस्टिनेशन

हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

नई टिहरी

टिहरी झील को एडीबी की मदद से विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की कवायद को जल्द ही पंख लगेंगे। झील के किनारे पर्यटन गतिविधियां संचालित किए जाने से नए टूरिज्म हब विकसित किए जाएंगे। यह बात पर्यटन विकास परिषद की अपर निदेशक पूनम चंद ने स्वामी रामतीर्थ परिसर में चल रही गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन पर कही।

उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद एवं एचएनबी केंद्रीय विवि की ओर से स्वामी रामतीर्थ परिसर में चल रही दस दिवसीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला समापन पर मुख्य अतिथि पर्यटन विकास परिषद की अपर निदेशक पूनम चंद ने कहा कि देश-विदेश से उत्तराखण्ड में आने वाले सैलानियों को जल्द ही गाइड सहायता के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इसके लिए गाइड प्रशिक्षण के बाद सभी गाइडों का डाटा संग्रह कर आन लाईन प्लेटफार्म पर लाया जाएगा। उन्होंने प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे सभी 26 युवक-युवतियों को सर्टिफिकेट भी दिया।

जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने कहा कि होम स्टे को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम के बाद अब संचालकों को जल्द ही ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी  पोर्टलों से संबंधित जानकारी मुहैया करवाए जाने की योजना है

कार्यक्रम अध्यक्ष और परिसर निदेशक प्रो एए बौड़ाई ने कहा कि सूबे में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज पर्यटन सबसे बड़ा उद्योग है। हमारी सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध है। हमें पाश्चात्य संस्कृति को छोड़ना होगा। हम पर्यटन को ग्रामीण पर्यटन से भी जोड़ सकते हैं और बाहर से आने वाले पर्यटकों को गांवों में ले जाकर वहां की जीवनशैली से रूबरू करवाऐं। इसके लिए पहले हमें क्षेत्र की जानकारी होनी आवश्यक है।

इस मौके पर प्रो एसके गुप्ता, डीन प्रबंधन संकाय, उप अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो एमएमएस नेगी, राकेश कोठारी, डाॅ सर्वेश उनियाल, डा अनूप सेमवाल, डा प्रेम बहादुर, तुषार उनियाल, आशीष लखेड़ा आदि मौजूद थे।

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