भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान बचाने वालों के लिए उत्तराखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है।
हिमशिखर खबर ब्यूरो
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क हादसे में घायल क्रिकेटर ऋषभ पंत से मुलाकात की। सीएम धामी रविवार दोपहर देहरादून के मैक्स अस्पताल पहुंचे और ऋषभ पंत का हाल-चाल जाना। रुड़की के करीब सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद ऋषभ पंत का इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉक्टरों से क्रिकेटर की प्रोग्रेस के बारे में भी जाना। मुख्यमंत्री ने ऋषभ पंत के परिजनों से बात की एवं राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया।सीएम धामी ने ऐलान किया कि उत्तराखंड सरकार 26 जनवरी को हरियाणा रोडवेज के उस ड्राइवर और कंडक्टर को सम्मानित करेगी, जिन्होंने क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान बचाई।
बता दें कि टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का 30 दिसंबर को कार एक्सीडेंट हो गया था। इस कार हादसे में पंत की जान बाल-बाल बची थी। बता दें पंत दिल्ली से रुड़की अपनी कार से अकेले जा रहे थे, लेकिन रुड़की के पास डिवाइडर से उनकी कार टकरा गई और ये हादसा हुआ। इस हादसे में उनकी जान हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने बचाई। ऐसे में इन दोनों को सम्मानित करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खास दिन चुना है।
ऋषभ पंत को सिर और घुटने में गंभीर चोटें आईं हैं। इसके अलावा पीठ और पैर के कुछ हिस्सों में भी चोटें आईं। इस हादसे के बाद हरियाणा रोडवेज बस के चालक और परिचालक ने मसीहा बनकर ऋषभ पंत की जान बचाई थी। दोनों ने सबसे पहले बस रोककर ऋषभ पंत को कार से दूर किया। इसके बाद ऐंबुलेंस को फोन कर उन्हें अस्पताल भेजा।
बस के चालक सुशील कुमार ने बताया था कि जब वह बस लेकर हरिद्वार से आ रहे थे, तब नारसन के पास दिल्ली की तरफ से आ रही कार डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद मैंने तुरंत बस को ब्रेक लगाया और बाहर निकला। मैंने देखा क्रिकेटर ऋषभ पंत जमीन पर पड़े हुए थे। मुझे लगा वो बचेंगे नहीं क्योंकि उनकी कार में चिंगारियां निकल रही थीं। हमने उन्हें उठाया और कार से दूर किया। फिर उन्हें चादर ओढ़ाई और एंबुलेंस को फोन किया।