इस बार हिंदू नव वर्ष में बुध ग्रह राजा होंगे और मंत्री शुक्र ग्रह होंगे। इस हिंदू नव वर्ष में बुध ग्रह राजा होंगे और मंत्री शुक्र ग्रह होंगे। ये संवत्सर विश्व की अर्थव्यवस्था, व्यापार, उद्योग, शेयर बाजार, कृषि, वर्षा, मनोरंजन, फैशन, आर्ट्स, टूरिज्म, ऑटोमोबाइल सेक्टर, चिकित्सा, शिक्षा, मीडिया, विशुद्ध पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्नति की दृष्टि से बहुत अच्छा वर्ष रहेगा।
पंडित हर्षमणि बहुगुणा
हिंदू नव वर्ष यानी विक्रम संवत 2080 की शुरुआत 22 मार्च से हो गई है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवीन सम्वत्सर का प्रारम्भ होता है। इस बार हिंदू नव वर्ष में बुध ग्रह राजा की भूमिका में रहेंगे, वहीं शुक्र ग्रह मंत्री होंगे। इतना ही नहीं ये दोनों ग्रह मिलकर हिंदू नव वर्ष को मंगलकारी बनाने वाले हैं, जिसका प्रभाव देखने को मिलेगा।
भारतीय संस्कृति एवं परम्परा के अनुसार इस वर्ष का नाम ‘पिंगल” है। पिंगल नामक सम्वत्सर में ईति भीति का डर, जल और अन्न मध्यम रहेंगे।
इस हिंदू नव वर्ष में बुध ग्रह राजा होंगे और मंत्री शुक्र ग्रह होंगे। ये संवत्सर विश्व की अर्थव्यवस्था, व्यापार, उद्योग, शेयर बाजार, कृषि, वर्षा, मनोरंजन, फैशन, आर्ट्स, टूरिज्म, ऑटोमोबाइल सेक्टर, चिकित्सा, शिक्षा, मीडिया, विशुद्ध पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्नति की दृष्टि से बहुत अच्छा वर्ष रहेगा। इतना ही नहीं, यह हिंदू नव वर्ष पूरी दुनिया में भारत को एक नया आयाम देगा। भारत की उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। वैश्विक स्तर पर भारत सफलता का एक नया आयाम स्थापित करेगा।
इस वर्ष भूमि परिपूर्ण दिखेगी। राजाओं में असन्तोष दिखेगा। अपने बल के प्रभाव से पृथ्वी का उपभोग करेंगे। बेरोज़गारी से असन्तोष व्याप्त हो सकता है। अतः सरकारों से यह निवेदन किया जाना आवश्यक है कि बेरोजगारी को कम करने के लिए उपाय किए जाएं। अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाय। यह सन्देश इस वर्ष का राजा भी दे रहा है। वर्ष के स्वामी की भी यही अपेक्षा हैं। राजा वह होता है जिस वार को नया वर्ष प्रारम्भ हो रहा है।