फोटो में देखिए हादसा: भारतीय रेलवे के लिए ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ बालासोर रेल हादसा

2 जून, दिन शुक्रवार भारतीय रेलवे के लिए ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ है।ओडिशा के बालासोर में एक ऐसा भीषण रेल हादसा जिसमें कई लोगों की जान चली जाती है। पहले हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।


हिमशिखर खबर ब्यूरो

Uttarakhand

नई दिल्ली: ब्लैक फ्राइडे… भारतीय रेलवे के लिए कुछ ऐसा ही हुआ है। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी के टकराने के बाद भीषण हादसा हुआ। इस हादसे में मरने वाले यात्रियों की संख्या 237 हो गई है और 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। शुक्रवार का दिन और ऐसा भीषण हादसा ये ब्लैक फ्राइडे ही था। देश-दुनिया के इतिहास में शुक्रवार के दिन कई दुर्घटनाएं, हत्‍याएं और हमले हुए हैं। बालासोर रेल हादसा भी इस कड़ी में जुड़ गया है।

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, पहले शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस डिरेल हुई थी। इसके कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर पलटे और दूसरी तरफ से आ रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए। इसके बाद दोनों ट्रेन की 15 बोगियां पटरी से उतर गईं। ये बोगियां दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से भिड़ गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पैसेंजर ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया।

हादसे को सिलसिलेवार PHOTOS से समझिए…

1. हादसा कब हुआ?
हादसा शुक्रवार शाम 7 बजे भुवनेश्वर से 175 किमी दूर बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास में हुआ।

तस्वीर हादसे के बाद की है। यहां चार ट्रैक थे। सभी उखड़ गए। डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए।
तस्वीर हादसे के बाद की है। यहां चार ट्रैक थे। सभी उखड़ गए। डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए।
टक्कर के बाद ट्रेनों के डिब्बे पलट गए।
टक्कर के बाद ट्रेनों के डिब्बे पलट गए।

2. पहले एक ट्रेन पटरी से उतरी, दूसरी टकराई…… फिर मालगाड़ी से भिड़ गई
हादसे में यशवंतपुर-हावड़ा ट्रेन (12864), शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्स. (12841) और मालगाड़ी टकराईं। बेंगलुरु से हावड़ा जा रही यशवंतपुर-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस (12864) के डिब्बे उतरकर दूसरे ट्रैक पर जा गिरे। इसी दौरान दूसरी ओर से आ रही शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्स. (12841) बेपटरी हुए डिब्बों से जा भिड़ी। इसके कुछ डिब्बे बगल में खड़ी मालगाड़ी से भिड़ गए। रातभर बचाव कार्य जारी था। दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे।

3. वजह अब तक सामने नहीं आई
अभी तक हादसे की वजह साफ नहीं हुई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इसका बारीकी से एनालिसिस किया जाएगा। अभी घायलों की देखभाल करना पहली प्राथमिकता है।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया।
यशवंतपुर-हावड़ा दुरंतो एक्स. की टक्कर से कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे 2 टुकड़ों में बंट गए।
इस फोटो में देखा जा सकता है कि यशवंतपुर-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस के ऊपर चढ़ गई।
इस फोटो में देखा जा सकता है कि यशवंतपुर-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस के ऊपर चढ़ गई।
यह फोटो कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक डिब्बे की है, जो पलट गया।
यह फोटो कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक डिब्बे की है, जो पलट गया।
रेस्क्यू टीम ने गैस कटर से डिब्बों को काटकर लोगों को बाहर निकाला।
रेस्क्यू टीम ने गैस कटर से डिब्बों को काटकर लोगों को बाहर निकाला।
हादसे के बाद लोग अपनों को खोजते दिखे। जो डिब्बे सुरक्षित बचे थे, उनसे स्थानीय लोगों ने यात्रियों को बाहर निकाला गया।
हादसे के बाद लोग अपनों को खोजते दिखे। जो डिब्बे सुरक्षित बचे थे, उनसे स्थानीय लोगों ने यात्रियों को बाहर निकाला गया।

4. हादसे में नुकसान… अब तक 238 की मौत, 900 घायल
इस रेल हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 900 लोग घायल हुए हैं। हालांकि, यह आंकड़ा बढ़ सकता है।

हादसे के बाद घटनास्थल पर लाशों का ढेर लग गया है। अभी कई लोगों के ट्रेन के मलबे में दबे होने की आशंका है।
हादसे के बाद घटनास्थल पर लाशों का ढेर लग गया है। अभी कई लोगों के ट्रेन के मलबे में दबे होने की आशंका है।
हादसे में 238 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
हादसे में 238 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
मौके पर 50 से ज्यादा एम्बुलेंस तैनात की गईं, जिनसे घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
मौके पर 50 से ज्यादा एम्बुलेंस तैनात की गईं, जिनसे घायलों को अस्पताल ले जाया गया।

5. हादसे में घायल लोगों को ब्लड डोनेट करने पहुंचे स्थानीय लोग
इस हादसे के बाद घायलों को तुरंत गोपालपुर, कांतापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। लोग अपने परिजनों को ढूंढते हुए इन अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। वहीं, भारी तादाद में स्थानीय लोग भी घायलों की मदद के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। वे घायलों को ब्लड डोनेट कर रहे हैं।

यह फोटो बालासोर अस्पताल की है। जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
यह फोटो बालासोर अस्पताल की है। जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
बालासोर अस्पताल में भारी तादाद में स्थानीय लोग ब्लड डोनेशन के लिए पहुंचे।
बालासोर अस्पताल में भारी तादाद में स्थानीय लोग ब्लड डोनेशन के लिए पहुंचे।

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