सुप्रभातम्: आपका भाग्य कुंडली में स्थाई बनकर कभी नहीं रहता!

जीवन में किसी को जल्दी और ज्यादा सफलता मिलती है तो किसी को काफी इंतजार करना पड़ता है, काफी संघर्ष के बाद सफलता मिलती है। ये भी सही है कि जीवन की दशा और दिशा भाग्य ही निर्धारित करता है। इसके साथ ये भी सही है कि कर्म का परिणाम किस्मत के ऊपर निर्भर करता है। यानि कि कर्म के परिणाम में भाग्य की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।

Uttarakhand

एन. रघुरामन

समीक्षकों से सराहना प्राप्त फिल्में जैसे ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ या ‘सलाम बॉम्बे’ में झुग्गियों के बच्चों को मौका मिलने के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए सितारों-सा अनुभव किया। 15 वर्षीय मलीशा खारवा की कहानी भी कुछ अलग नहीं क्योंकि वह भी मुंबई, बांद्रा बैंडस्टैंड की स्लम से आती हैं।

उसकी झुग्गी कई बार तोड़ी गई, पर परिवार को लौटना पड़ा, क्योंकि जाने के लिए कोई और जगह नहीं थी। पर उसकी और देश की बाकी झुग्गियों में एक फर्क है। इत्तेफाक से उसका घर उन बड़े बंगलों के पास है, जहां ग्लैमर की दुनिया के कई बड़े सितारे रहते हैं।

इसके अलावा उसका भाई और अंकल एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करते हैं, जहां उनका हाई सोसायटी में आना-जाना है। शायद यही वजह है कि उसने पांच साल की उम्र से फैशन मॉडल बनकर ग्लैमर की दुनिया में जाने का सपना देखा।

हालांकि ये कहना मुश्किल है कि सितारों के घरों के पास रहने और परिवार का इवेंट कंपनी से ताल्लुक ने आज की उसकी जिंदगी में कोई महान योगदान दिया होगा पर एक चीज तय है कि हाई सोसायटी के लोग पर्सनल ग्रूमिंग आइटम खरीदने शॉप में जाते हैं, जहां हर जगह रोशनी से सराबोर उसकी तस्वीर दिखेगी।

हां, अब वह खुद स्टार है, लग्जरी कॉस्मेटिक ब्रांड ‘फॉरेस्ट एसेंशियल’ की वह ब्रांड एम्बेसडर है। वह यहां पहुंची कैसे? उसकी कहानी से पता चलेगा कि वह उनमें से नहीं है, जो मानते हैं कि भाग्य का दरवाजा खटखटाने वाली किस्मत जिंदगी में स्थाई है। पहला, तो उसने ख्वाब देखा और पांच साल की उम्र से ही बड़ा सपना देखा कि वह मॉडल बनना चाहती है।

फिर किसी तरह गुरु खोजा, जिसने उसे वहां तक पहुंचने का रास्ता दिखाया, जहां आज है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली इस छात्रा के लिए इस सबकी शुरुआत साल 2020 में हुई, जब म्यूजिक वीडियो के लिए भारत आए अमेरिकन एक्टर-डांसर रॉबर्ट हॉफमैन ने उनकी कजिन को स्पॉट किया। मलीशा ने भी कोशिश की, पर ज्यादा हाइट के कारण रिजेक्ट हो गईं। तब रॉबर्ट ने उसे मॉडलिंग का सुझाव दिया। उन्हीं ने उसका इंस्टाग्राम पेज बनाया और उसकी खींची तस्वीरें अपलोड की।

अब जल्दी से 2023 में आएं। मलीशा के 2.25 लाख फॉलोअर्स हैं और कई फैशन मैग्जीन के कवर पर है। उसे मॉडलिंग के मौके मिले हैं- इनमें कुछ पेड हैं, तो कुछ फ्री भी हैं, पर उसे मिलने वाले सारे कामों में रॉबर्ट उसे गाइड कर रहे हैं। ‘स्टेप-अप 2’ और ‘शी इज़ द मैन’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके रॉबर्ट फिलहाल उसके मैनेजर हैं, जो उसे सही दिशा दिखाने में मदद कर रहे हैं।

आज मलीशा अच्छे अंकों के लिए अपनी दसवीं की पढ़ाई पर ध्यान दे रही हैं ताकि कॉमर्स लेकर कॉलेज में दाखिला ले सकें, जहां हाई सोसायटी के बच्चे जाते हैं। मुझे दिख रहा है कि वह एक तीर से दो निशाने लगाना चाह रही हैं। वह प्रतिष्ठित कॉलेज से स्नातक हो जाएंगी और उसी दौरान साथियों से हाई सोसायटी के तौर-तरीके सीखने की कोशिश करेंगी। दूसरा, वह जितना कर सकती हैं, उतने बड़े मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट लेना चाहती हैं।

इस नवयुवती से मैंने सीखा कि जब भाग्य थोड़ा लक देकर आप पर मुस्काए, तो इस चमक को जीवन में स्थाई मानने की गलती न करें। जीवन को गति दें जैसे गियर बदलकर गाड़ी को गति देते हैं। भाग्य ने साथ दिया है इसलिए कड़ी मेहनत से इसे अगले स्तर पर ले जाएं।

फंडा यह है कि किस्मत कम से कम एक बार हर किसी का दरवाजा खटखटाती है। पर यह हम पर है कि उस छोटे-से झरोखे से हम कितनी तेजी और मजबूती से हम अपना भविष्य बनाते हैं। इसे अपनी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट कहें।

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