हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी: प्रतापनगर क्षेत्र में भटवाड़़ा-खैट पर्वत सड़क कटिंग के मलबे से कोल गांव की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। ऐसे में कई समय से समस्या का समाधान न होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने लोनिवि के अधिकारियों का घेराव किया। ग्रामीणों के तीखे तेवरों को देखते हुए अधिकारियों ने तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
कोल गांव के उप प्रधान विद्या दत्त पेटवाल ने बताया कि लोनिवि की ओर से बनाई जा रही भटवाड़ा-खैट पर्वत सड़क की कटिंग के मलबे की चपेट में आने से करीब एक माह पूर्व उनके गांव की पेयजल लाइन ध्वस्त हो गई। जिस कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट के साथ ही मवेशियों के लिए पानी जुटाना बेहद चुनौति भरा हो गया है। बताया कि पिछले कई सप्ताह से लोनिवि के अधिकारियों से गुहार लगाई गई, लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है। बारिश के मौसम में गदेरे के पानी से लोग पानी पीने को मजबूर है। कहा कि गदेरे का पानी से कई लोगों को आखों का संक्रमण हो गया है और मौसमी बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है।
रविवार को लोनिवि के अधिशासी अभियंता और अन्य अधिकारियों के सड़क निर्माण स्थल पर पहुंचने की भनक ग्रामीणों को लगी। जिस पर गुस्साए ग्रामीण कटिंग स्थल पर पहुंचकर सड़क पर धरने पर बैठ गए। अधिकारियों के पहुंचने पर ग्रामीणों ने रोष प्रकट कर घेराव किया।
बताया गया कि ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए लोनिवि अधिकारी जंगल के पैदल रास्ते होते हुए दूसरे गाँव चले गए। पेटवाल ने बताया कि बाद में अधिकारियों ने फोन पर ठेकेदार को तुरंत वैकप्लिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश्वर पैन्यूली ने लोनिवि के अधिकारियों की उदासीनता पर रोष प्रकट किया। कहा कि ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए तत्काल लाइन की मरम्मत कर पेयजल सुचारू किया जाना चाहिए।