हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी: प्रसिद्ध सेम मुखेम का त्रैवार्षिक मेला नागराजा भगवान की विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ। इस दौरान लोगों ने मंदिर मे पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
सेम मुखेम का त्रैवार्षिक मेला रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुरू हुआ। मेले मे क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के छात्र- छात्राओं ने सेम नागराजा भगवान, श्रीकृष्ण भगवान के गीत, जागराें एंव विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमाें की मनमाेहक प्रस्तुतियां दी। मेले में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि सेम मुखेम उत्तराखंड का प्रसिद्ध नागतीर्थ स्थल है, जाे कि लाेगाें की आस्था का बड़ा केंद्र है।
बीजेपी आर्थिक प्रकोष्ठ के सह संयोजक सीए राजेश्वर पैन्यूली ने मेले के सफल आयोजन के लिए मेला आयोजकों, लोनिवि और पुलिस टीम को बधाई दी।
हिमशिखर खबर को मंदिर का इतिहास साझा करते हुए राजेश्वर पैन्यूली ने बताया कि प्रसिद्ध सेम मुखेम नागराजा मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण को शेषनाग के अवतार के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण सेम मुखेम में यात्रा के लिए आए थे तो उन्हें यह स्थान बेहद प्रिय लगा। उस वक्त सेम मुखेम के राजा गंगू रमोला से उन्होंने जगह मांगी तो गंगू रमोला ने जगह देने से इंकार कर दिया। जिससे क्रोधित होकर भगवान कृष्ण ने गंगू रमोला की सभी गाय भैंस को पत्थर बना दिया। उसके बाद गंगू रमोला ने भगवान श्रीकृष्ण को जगह दी। जिसके बाद श्रीकृष्ण भगवान शेषनाग के रूप में वहीं पर स्थापित हो गए। उसके बाद से ही नागराजा की पूजा के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु मंदिर में आते हैं।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य और मेला संयाेजक रेखा असवाल, जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, वरिष्ट पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर, उपजिलाधिकारी शैलेंद्र नेगी, प्रबंधक विजय पाेखरियाल, मेला समिति के अध्यक्ष गाेविंद रावत, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश राणा, गुलाब सिह, डा0 बिजेंद्र असवाल, धनपाल कैंतुरा, रामभराेसे राणा, देशबंधु भट्ट, प्रकाश चंद्र भट्ट, कुशपाल सिह कैंतुरा, दिनेश नाैटियाल, सहित बड़ी संख्या मे लाेग माैजूद थे।