पंडित उदय शंकर भट्ट
सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज बुधवार को भी प्रस्तुत कर रहा है आपके लिए पंचांग, जिसको देखकर आप बड़ी ही आसानी से पूरे दिन की प्लानिंग कर सकते हैं।
आज का विचार
जहां प्रेम, दया विश्वास जैसे आपके सच्चे मित्र रहेंगे। वहां क्रोध, अहंकार, घमंड जैसे मतलबी मित्र आपके आसपास भी नहीं भटकेगे।
सबसे बडा रोग, क्या कहेंगे लोग
बौद्ध भिक्षुक किसी नदी के पनघट पर गया और पानी पीकर पत्थर पर सिर रखकर सो गया। पनघट पर पनिहारिन आती-जाती रहती हैं तो तीन-चार पनिहारिनें पानी के लिए आईं तो एक पनिहारिन ने कहा, “आहा! साधु हो गया, फिर भी तकिए का मोह नहीं गया। पत्थर का ही सही, लेकिन रखा तो है।”
पनिहारिन की बात साधु ने सुन ली। उसने तुरंत पत्थर फेंक दिया। दूसरी बोली,” साधु हुआ, लेकिन खीज नहीं गई। अभी रोष नहीं गया, तकिया फेंक दिया।”
तब साधु सोचने लगा, अब वह क्या करें?
तब तीसरी पनिहारिन बोली,”बाबा! यह तो पनघट है, यहां तो हमारी जैसी पनिहारिनें आती ही रहेंगी, बोलती ही रहेंगी, उनके कहने पर तुम बार-बार परिवर्तन करोगे तो साधना कब करोगे?”
लेकिन एक चौथी पनिहारिन ने बहुत ही सुन्दर और एक बड़ी अद्भुत बात कह दी,”साधु, क्षमा करना, लेकिन हमको लगता है, तूने सब कुछ छोड़ा लेकिन अपना चित्त नहीं छोड़ा है, अभी तक वहीं का वहीं बना हुआ है। दुनिया पाखण्डी कहे तो कहे, तू जैसा भी है, हरिनाम लेता रह।”
सच है दुनिया का तो काम ही है कहना। ऊपर देखकर चलोगे तो कहेंगे… ‘अभिमानी हो गए।‘ नीचे देखकर चलोगे तो कहेंगे… ‘बस किसी के सामने देखते ही नहीं।‘ आंखे बंद कर दोगे तो कहेंगे कि… ‘ध्यान का नाटक कर रहा है।‘ चारो ओर देखोगे तो कहेंगे कि… ‘निगाह का ठिकाना नहीं। निगाह घूमती ही रहती है।‘ और परेशान होकर आंख फोड़ लोगे तो यही दुनिया कहेगी कि… ‘किया हुआ भोगना ही पड़ता है।‘ ईश्वर को राजी करना आसान है, लेकिन संसार को राजी करना असंभव है।
दुनिया क्या कहेगी, उस पर ध्यान दोगे तो भजन नहीं कर पाओगे। यह नियम है।
“ओशो”
आज का पंचांग
बुधवार, जनवरी 24, 2024
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:53
तिथि: चतुर्दशी – 21:49 तक
नक्षत्र: पुनर्वसु – पूर्ण रात्रि तक
योग: वैधृति – 07:40 तक
करण: गर – 09:11 तक
द्वितीय करण: वणिज – 21:49 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: बुधवार
अमान्त महीना: पौष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: मिथुन – 01:47, जनवरी 25 तक
सूर्य राशि: मकर
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
तिथि | चतुर्दशी | 21:53 तक |
नक्षत्र | पुनर्वसु | 32:13 तक |
प्रथम करण | गर | 09:13 तक |
द्वितीय करण | वणिज | 21:53 तक |
पक्ष | शुक्ल | |
वार | बुधवार | |
योग | वैधृति | 07:29 तक |
सूर्योदय | 07:14 | |
सूर्यास्त | 17:51 | |
चंद्रमा | मिथुन | |
राहुकाल | 12:33 − 13:52 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक संवत | 1944 | |
मास | माघ |
पढ़ते रहिए हिमशिखर खबर, आपका दिन शुभ हो…