हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई टिहरी: टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने एक अभिनव पहल की है। डीएम जिले के सभी अधिकारियों के साथ बस में बैठकर एक दूरस्थ गांव में बीडीसी में भाग लेने जा रहे हैं। टिहरी में किसी जिलाधिकारी की ओर से पहली बार ऐसी पहल की गई है। इससे पहले सभी अधिकारी अपने-अपने वाहनों से पहुंचते थे, जिससे सरकारी डीजल-पेट्रोल की खपत अधिक होती थी। जिलाधिकारी की इस अभिनव पहल से जहां समय और सरकारी धन की बचत हुई वहीं, शिविर में विभागी अधिकारी भी साथ-साथ पहुंचे। उन्हें ऐसे देख लोग भी हैरान रह गए।
शनिवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सरकारी खर्चे को कम करने और विभागीय अधिकारियों के आपसी तालमेल को बढ़ावा देने के लिए जनपद में नई परंपरा शुरू की है। इससे पहले जब भी बीडीसी बैठक होती थी, सभी जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने वाहन लेकर बैठक में जाया करते थे। कलेक्ट्रेट परिसर से शनिवार को सभी विभागीय अधिकारी 32 सीटर बस में सवार होकर घनसाली के लिए रवाना हुए। जिलाधिकारी, जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बस में सवार होकर भिलंंगना में आयोजित बीडीसी में शामिल होंगे।
जिलाधिकारी ने बताई ये वजह
जिले के अफसरों के साथ डीएम भिलंगना बीडीसी जा रहे हैं। इस तरह की अनोखी पहल पहली बार देखने को मिली। जिससे जनता, अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग में खुशी है। उनका कहना है कि यह जिलाधिकारी की अलग सोच है, जिसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। जहां अक्सर जिले के शीर्ष अफसरों को महंगी और आलीशान गाड़ियों में बैठने का शोक रहता है, वहीं जिलाधिकारी की यह पहल समाज में अलग संदेश देगी। वहीं टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि एक ही बस में सवार होने से विभागीय अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल भी होगा और सभी अधिकारी समय पर भी पहुंचेंगे। इससे अनावश्यक खर्चे पर अंकुश लगेगी। कहा कि अधिकारियों की आपसी सहभागिता से ही कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर संचालन संभव है। जिलाधिकारी ने बताया कि सफर के दौरान उन्होंने जनता से जुड़ी समस्याओं पर विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की जा रही है।