सुप्रभातम्,
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलमयी है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रही है। आज चैत मास की 6 गते है।
आज का पंचांग
बुधवार, मार्च 20, 2024
सूर्योदय: 06:25 ए एम
सूर्यास्त: 06:32 पी एम
तिथि: एकादशी – 02:22 ए एम, मार्च 21 तक
नक्षत्र: पुष्य – 10:38 पी एम तक
योग: अतिगण्ड – 05:01 पी एम तक
करण: वणिज – 01:19 पी एम तक
द्वितीय करण: विष्टि – 02:22 ए एम, मार्च 21 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: बुधवार
अमान्त महीना: फाल्गुन
पूर्णिमान्त महीना: फाल्गुन
चन्द्र राशि: कर्क
सूर्य राशि: मीन
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2080 नल
आज का विचार
हम पहली बार असफल होते है तो हमे लगता है की हम अब कभी सफल नही हो पाएंगे लेकिन, जो व्यक्ति बार बार असफल होने पर हार नही मानता है अंत में जीत उसी की होती है।
आज का भगवद् चिन्तन
सेवा का सौभाग्य
यदि जीवन में सेवा का सौभाग्य मिलता हो तो सेवा सभी की करना लेकिन आशा किसी से भी ना रखना क्योंकि सेवा का वास्तविक मूल्य भगवान ही दे सकते हैं इंसान नहीं। जगत से अपेक्षा रखकर कोई सेवा की गई है तो वो एक ना एक दिन निराशा का कारण जरूर बनेगी।
श्रेष्ठ तो यही है कि अपेक्षा रहित होकर सेवा की जाए। यदि सेवा का मूल्य ये दुनिया अदा कर दे, तो समझ जाना वो सेवा नहीं हो सकती। सेवा कोई वस्तु थोड़ी है जिसे खरीदा-बेचा जा सके। सेवा पुण्य कमाने का साधन है प्रसिद्धि कमाने का नहीं।
दुनिया की नजरों में सम्मानित होना बड़ी बात नहीं, गोविन्द की नजरों में सम्मानित होना बड़ी बात है। श्री सुदामा जी के जीवन की सेवा-समर्पण का इससे ज्यादा और श्रेष्ठ फल क्या होता, दुनिया जिन ठाकुर के लिए दौड़ती है वो उनके लिए दौड़े हैं। प्रभु के हाथों से एक ना एक दिन सेवा का फल अवश्य मिलेगा।
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।