हिमशिखर खबर ब्यूरो
राजसमन्द: पूर्व केंद्रीय सचिव भारत सरकार भाई कमलानंद इन दिनों राजस्थान के दौरे पर हैं। कहा कि उदयपुर में कई बैठकों के बाद मैं राजसमंद जनपद में पहुंच गया हूं। यह अरावली पर्वतमाला के बीच में स्थित है। इस शहर और जिले का नाम मेवाड़ के राणा राज सिंह द्वारा 17 वीं सदी में निर्मित एक कृत्रिम झील, राजसमन्द झील के नाम से लिया गया है। राजसमंद जिले के उत्तर में अजमेर, उत्तर-पूर्व में भीलवाडा, पूर्व में चितौड़गढ, दक्षिण में उदयपुर और पश्चिम में पाली जिला है। राजसमन्द में कई सस्थाओं के साथ बैठक की जाएंगी।
जलो…मगर दीपक की तरह, ताकि राह दिखा सको। जलन की भावना हमारे भीतर नस नस में घुस गई। ईर्ष्या, घमंड, अहकार बढ़ रहा है। हम जलें, लेकिन दिए की तरह, जिससे चारो ओर रोशनी हो सके। सतुलित विकास, करुणा, शाकाहार, अहिंसा आदि बिंदुओं को लेकर राजसमद के लोगों से बातचीत की जा रही है। इस दौरान पदम श्री श्यामसुंदर पालीवाल जी से मुलाकात हुई, जिन्होंने अपने गांव को सुदर बनाया है। बैंक के कर्मचारी भैरूलाल जी भी मिले हैं। कई दमदार लोग मिल रहे हैं।
आज की बैठक में तीन फैसले लिए जाएंगे। यूएनएसीसी के बैनर में पीपल्स प्लानिंग कमीशन बना रहे है। दूसरा मा-बाप से जोड़ रहे है। स्थानीय कमेटियों ने स्थानीय दमदार लोगो को लेकर जो अपवाद है, कैसे कार्य को गति दी जाए। आज शाम को गौशाला भी जाएगे। कल सुबह पुष्कर के लिए प्रस्थान करेंगे।