पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलमयी है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रही है।
आज का पंचांग
सोमवार, अप्रैल 8, 2024
सूर्योदय: 06:03
सूर्यास्त: 18:43
तिथि: अमावस्या – 23:50 तक
नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 10:12 तक
योग: इन्द्र – 18:14 तक
करण: चतुष्पाद – 13:34 तक
द्वितीय करण: नाग – 23:50 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: फाल्गुन
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: मीन
सूर्य राशि: मीन
शक सम्वत: 1945 शोभकृत्
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
गुजराती सम्वत: 2080 राक्षस
आज का चिंतन
चेतना एक गति है। वह पूरे दिन बहती रहती है। उसे जैसा माहौल मिलेगा वह उसी में ढलने के लिए तैयार होने लगती हैं। आदमी पूरे दिन बदल रहा है। अच्छे आदमी से मिलकर अच्छे होने का सोचने लगता है तो बुरे आदमी से मिलकर बुरे होने के विचार आने लगते हैं।
आज का भगवद् चिंतन
प्रकृति का कण-कण मनुष्य जीवन को एक प्रेरणा प्रदान करता है।ये संपूर्ण प्रकृति एक पाठशाला ही तो है।बिना प्रेरणा लिए जीवन प्रेरक नहीं बन सकता है। हम दूसरों को प्रेरणा दें उससे पूर्व यह आवश्यक हो जाता है कि हम दूसरों से प्रेरणा लेना भी सीखें। जिसने अपने जीवन में दूसरों से प्रेरणा लेने का प्रयास किया उसका स्वयं का जीवन भी एक दिन समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन जाता है।
प्रेरणा पर्वत से लेनी चाहिए जिसके मार्ग में अनेक आंधी और तूफान आते हैं पर उसके स्वाभिमानी मस्तक को नहीं झुका पाते। प्रेरणा लहरों से लेनी चाहिए जो गिरकर फिर उठ जाती हैं और अपने लक्ष्य तक पहुँचे बिना कहीं रुकती नहीं हैं। प्रेरणा बादलों से लेनी चाहिये जो समुद्र से जल लेते हैं और सूखे रेगिस्तान में बरसा देते हैं। प्रेरणा वृक्षों से लेनी चाहिए, फल लग जाने के बाद जिनकी डालियाँ स्वतः झुक जाया करती हैं।
आज अपने प्रभु से सीखने की प्रवृत्ति, मानसिक अभिवृत्ति और दुर्गुणो से निवृत्ति देने की अलौकिक प्रार्थना के साथ…।
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।