पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलमयी है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
सुख-दुःख, मान-अपमान, जन्म-मृत्यु, डर, पीड़ा, आकांक्षा, इच्छा, लालसा, क्रोध, मोह, लालच, अहम आदि सब कुछ शरीर से जुड़ी हैं। मनुष्य जब तक स्वयं को शरीर समझ लेता है तब तक वो इन सब का अनुभव करता रहता है।
आज का भगवद् चिन्तन
नवरात्रि की मंगल बधाई
नैराश्य रूपी अंधकार का नाश करते हुए सकारात्मकता रूपी नव ऊर्जा से भरकर जीवन को नवीनता प्रदान करना ही नवरात्रि पर्व का मुख्य संदेश है। जीवन में काम, क्रोध, लोभ, मोह का समावेश ही घनघोर रात्रि के समान है जिसमें प्रायः जीव उचित मार्ग के अभाव में भटकता रहता है।
हमारे शास्त्रों में अज्ञान और विकारों को एक विकराल रात्रि के समान ही बताया गया है। इन दुर्गुण रूपी रात्रि के समन के लिए व जीवन को एक नईं दिशा, नईं उमंग, नया उत्साह देने के साधना काल का नाम ही नवरात्र है। माँ दुर्गा साक्षात ज्ञान का ही स्वरूप है और नवरात्र में माँ दुर्गा की उपासना का अर्थ ही ज्ञान रूपी दीप का प्रज्ज्वलन कर जीवन से अज्ञान के तिमिर का नाश करना है।
नवरात्र प्रथम दिवस में माँ शैलपुत्री की आराधना करते हुए नारी के शक्ति स्वरूप का बोध कराते हुए उन्हें देवी स्वरूप में प्रतिष्ठित कराने के पावन पर्व चैत्र नवरात्रि की आप सभी को अनंत शुभकामनाएं एवं मंगल बधाई।
आज का पंचांग
मंगलवार, अप्रैल 9, 2024
सूर्योदय: 06:02
सूर्यास्त: 18:44
तिथि: प्रतिपदा – 20:30 तक
नक्षत्र: रेवती – 07:32 तक
क्षय नक्षत्र: अश्विनी – 05:06, अप्रैल 10 तक
योग: वैधृति – 14:18 तक
करण: किंस्तुघ्न – 10:08 तक
द्वितीय करण: बव – 20:30 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: चैत्र
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: मीन – 07:32 तक
सूर्य राशि: मीन
शक सम्वत: 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
प्राणियों में सद्भावना हो,
विश्व का कल्याण हो।
गौ माता की जय हो।