आज का पंचांग: 14 अप्रैल, शुभ-अशुभ मुहूर्त का समय

पंडित उदय शंकर भट्ट

Uttarakhand

आज आपका दिन मंगलमयी है, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज नवरात्रि के छठें दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप की आराधना की जाती है। मां का छठा स्वरूप देवी कात्यायनी का है। इस दिन मां की आराधना की जाती है।

मां कात्यायनी की पूजा विधि

भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे नवरात्र के छठे दिन जल्दी उठें, स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। फिर पूजा घर को साफ करें और मां कात्यायनी की प्रतिमा पर ताजे फूल चढ़ाएं। कुमकुम का तिलक लगाएं। इसके बाद वैदिक मंत्रों का जाप और प्रार्थना करें। मां को कमल का फूल अवश्य चढ़ाएं। फिर उन्हें भोग के रूप में शहद चढ़ाएं। आरती से पूजा को पूर्ण करें और क्षमा प्रार्थना करें।

आज का भगवद् चिन्तन

माँ स्कंदमाता

निरंतर अपने कर्म में संलग्न रहने वाला ही जीवन में ऊंचाइयों को प्राप्त करता है व प्रत्येक ऐच्छिक वस्तु उसे प्राप्त हो जाती है। स्कन्द कार्तिकेय जी का दूसरा नाम है। कार्तिकेय जी को पुरुषार्थ का स्वरूप बताया गया है। माँ स्कंदमाता का स्वरूप कल्याणकारी एवं अति प्रेरणा दायक है।

नवरात्र पंचम दिवस में माँ स्कन्दमाता की आराधना की जाती है।माँ हिंसक सिंह पर सवार रहती हैं, इसका अर्थ ही यही है कि उन्होनें चुनौतियों से मुख मोड़ा नहीं, अपितु उन्हें स्वीकार कर लिया है। चुनौतियाँ बाहुबल के दम पर नहीं अपितु आत्मबल के दम पर जीती जाती हैं।

आत्मबल के धनी समस्या रुपी शेर की सवारी करते हैं अर्थात समस्या को अपने अनुकूल बना लेते हैं और वही कमजोर लोग समस्या का शिकार हो जाते हैं। पुरुषार्थ के लिए प्रेरित करने वाले माँ के इस स्वरूप को प्रणाम करते हैं।

आज का पंचांग

सूर्योदय: 05:56
सूर्यास्त: 18:46
तिथि: षष्ठी – 11:43 तक
नक्षत्र: आर्द्रा – 01:35, अप्रैल 15 तक
योग: अतिगण्ड – 23:33 तक
करण: तैतिल – 11:43 तक
द्वितीय करण: गर – 23:51 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: रविवार
अमान्त महीना: चैत्र
पूर्णिमान्त महीना: चैत्र
चन्द्र राशि: मिथुन
सूर्य राशि: मेष

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