पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज सावन की 5 गते है। आज पूर्णिमा का व्रत है।
आज का पंचांग
शनिवार, जुलाई 20, 2024
सूर्योदय: 05:36 ए एम
सूर्यास्त: 07:19 पी एम
तिथि: चतुर्दशी – 05:59 पी एम तक
नक्षत्र: पूर्वाषाढा – 01:49 ए एम, जुलाई 21 तक
योग: वैधृति – 12:08 ए एम, जुलाई 21 तक
करण: गर – 06:54 ए एम तक
द्वितीय करण: वणिज – 05:59 पी एम तक
क्षय करण: विष्टि – 04:56 ए एम, जुलाई 21 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: आषाढ़
पूर्णिमान्त महीना: आषाढ़
चन्द्र राशि: धनु
सूर्य राशि: कर्क
शक सम्वत: 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल
सकारात्मक सोचिए
अपनी सूरत और दूसरे का मुखड़ा निहारने की इंसानी फितरत बहुत पुरानी है। पहले अपनी शक्ल की बात करें। जब आप शीशे में अपना चेहरा निहारें, तो थोड़ी देर के लिए आंखों में गहराई से जरूर देखें। तब आपको पता लगेगा कि देखने वाला कोई और है और जो दिख रहा है वो कोई और है।
हमें इस पर शोध नहीं करना है पर परिणाम बिल्कुल स्पष्ट है कि आप शांत होने लग जाएंगे। चेहरा अपना हो या दूसरे का, उम्र से मत लड़ना। जब हम दूसरे की देह देखते हैं, तो उसमें देखते हैं कि आंखों पर झुर्री आ गई, गाल लटक गए, आंखें धंस गई। दूसरी बात ये कि अगला व्यक्ति हमें देखकर क्या सोच रहा है, ये सोचना बंद कर देना चाहिए।
अगर आप अपने भीतर शांति-पवित्रता उतारना चाहते हैं, तो दूसरी की देह के बजाय उसके शरीर से निकल रही तरंगों के बारे में सोचिए। वो नकारात्मक हों या सकारात्मक, आपको महसूस होंगी। लेकिन केवल देह और उसके अंग को देखकर अपने विचारों को कोई ऐसी दिशा मत दीजिए, जिसके परिणाम में आपको अशांति हाथ लगे।