पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज सावन की 11 गते है।
धन पर आधारित समाज व्यवस्था समाज के लिए घातक सिध्द हो रही है। धन जीवन की आवश्यकता न बनकर सर्वस्व बन गया है और लक्ष्य बन गया है।
सुख, शान्ति, स्वास्थ्य, परिवार, प्रेम, धर्म, मोक्ष आदि प्राथमिक नही रहा। इसे ही माया कहते है। जिसमें सुख है, उसका ज्ञान नही और ज्ञान भी है तो वह जीवन लक्ष्य नही है।
जो दुःख का कारण है, उसी दिशा में भागादौडी, भेड़चाल है। क्योंकि जाना उसी दिशा में है, जिस ओर समाज जा रहा है। स्वयं जिस मार्ग का अनुसरण कर दुःख झेल रहे है, रो रहे है, दूसरों को भी मार्ग पर ढकेल रहे है।
विवेक, बुध्दि का उपयोग नहीं हो रहा और न साहस किया जा रहा है कि, धारा के विपरित सत्य और धर्म का मार्ग चुना जाय। इसलिए जीवन में कुछ हाथ आता नही है और मनुष्य जीवन व्यर्थ ही नष्ट हो जाता है। जो दूर्लभ मानव जीवन है, वह व्यर्थ खो देते है।
आज का भगवद् चिन्तन
शिव परिवार से सीखें
पवित्र श्रावण मास में शिवार्चन करते-करते एक सूत्र और सीखने योग्य है। भगवान शिव की गृहस्थी को ध्यान से देखना कि कितने विरोधाभासी लोग भी बड़ी शांति से इस परिवार में रहते हैं।सबकी प्रकृति अलग-अलग है फिर भी सब शांति से रहते हैं। माँ पार्वती का वाहन शेर है और शिवजी का नंदी है। शेर का भोजन है वृषभ, लेकिन यहाँ कोई वैर नहीं है।
कार्तिकेय जी का वाहन मोर है और शिवजी के गले में सर्प है। मोर और सर्प भी जन्म जात शत्रु हैं लेकिन यहाँ ये साथ ही रहते हैं। गणेश जी का वाहन चूहा है और चूहा, सर्प का भोजन है।इस परिवार में सब शांति,सद्भाव और निर्वैर जीवन जीते हैं। वैचारिक भिन्नता के कारण सम्भव है आपकी घर में किसी से न बनें। घर में मतभेद हो जाएं कोई बात नहीं, मनभेद नहीं होना चाहिए। सबसे प्रेम व्यवहार करना सीखें, हमारा घर भी शिवालय बन सकता है।
आज का पंचांग
शुक्रवार, जुलाई 26, 2024
सूर्योदय: 05:39 ए एम
सूर्यास्त: 07:16 पी एम
तिथि: षष्ठी – 11:30 पी एम तक
नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 02:30 पी एम तक
योग: सुकर्मा – 01:32 ए एम, जुलाई 27 तक
करण: गर – 12:42 पी एम तक
द्वितीय करण: वणिज – 11:30 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: आषाढ़
पूर्णिमान्त महीना: श्रावण
चन्द्र राशि: मीन
सूर्य राशि: कर्क