पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज सावन की 12 गते है।
सांसारिक व्यक्ति और साधक के जीवन में विशेष अंतर है। सांसारिक व्यक्ति का समस्त चिंतन, जीवन, प्राण, पोषण आदि का आधार स्थल देह (भौतिक शरीर) है।
और साधक का आधार, लक्ष्य, प्राण, पोषण सूक्ष्म शरीर है। सूक्ष्म शरीर की शुध्दता, सुरक्षा, पोषण के लिए साधक आहार विहार करता है और करना भी चाहिए।
आज का विचार
कोई अगर आपके अच्छे कार्य पर सन्देह करता है, तो करने देना, क्योंकि शक़ सदा सोने की शुद्धता पर किया जाता है। कोयले की कालिख पर नहीं।
आज का भगवद् चिन्तन
महायोगी हैं महादेव
श्रावण मास में शिवजी के दर्शन करते समय एक बात और सीखने योग्य है।शिवजी के जीवन में विलास नहीं है, संन्यास है, भोग नहीं है, योग है क्योंकि भगवान शिव के चित्त में काम नहीं राम है। शिवजी ने कामदेव को भी भस्म किया है। विषय, विष से भी अधिक घातक होते हैं।विष शरीर को मारता है, विषय आत्मा तक को दूषित कर देते हैं।
विष खाने से केवल एक जन्म, एक शरीर नष्ट होता है पर विषय का चस्का लग जाने पर तो जन्म-जन्मान्तर नष्ट हो जाते हैं। संयम से जीवन जीने से आयु भी बढ़ती है और योग के साथ रहने से चित्त भी प्रसन्न रहता है। विषय आयु को तो नष्ट करता ही है साथ ही चित्त में अशांति और भोगों को पुनः प्राप्त करने की इच्छा भी उत्पन्न करता है। भोग ही रोग को जन्म देते हैं इसलिए भोगी बनकर नहीं योगी बनकर जीना सीखो।
आज का पंचांग
शनिवार, जुलाई 27, 2024
सूर्योदय: 05:40 ए एम
सूर्यास्त: 07:15 पी एम
तिथि: सप्तमी – 09:19 पी एम तक
नक्षत्र: रेवती – 01:00 पी एम तक
योग: धृति – 10:44 पी एम तक
करण: विष्टि – 10:22 ए एम तक
द्वितीय करण: बव – 09:19 पी एम तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शनिवार
अमान्त महीना: आषाढ़
पूर्णिमान्त महीना: श्रावण
चन्द्र राशि: मीन – 01:00 पी एम तक
सूर्य राशि: कर्क