पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज भाद्रपद की 4 गते है।
आज का पंचांग
सोमवार, अगस्त 19, 2024
सूर्योदय: 05:53 ए एम
सूर्यास्त: 06:56 पी एम
तिथि: पूर्णिमा – 11:55 पी एम तक
नक्षत्र: श्रवण – 08:10 ए एम तक
क्षय नक्षत्र: धनिष्ठा – 05:45 ए एम, अगस्त 20 तक
योग: शोभन – 12:47 ए एम, अगस्त 20 तक
करण: विष्टि – 01:32 पी एम तक
द्वितीय करण: बव – 11:55 पी एम तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: सोमवार
चन्द्र राशि: मकर – 07:00 पी एम तक
सूर्य राशि: सिंह
आज का विचार
बचपन एक ऐसी अवस्था है जिसे हम बार बार जीना चाहते है। जो लोग सच्चाई में यकीन रखते है, उन्हें हजार परेशानी झेलनी पड़ती है लेकिन सच्चा सुख उन्हें ही मिलता है।
आज का भगवद् चिन्तन
मंगलमय रक्षाबंधन
रक्षाबंधन अर्थात् सुरक्षा के संकल्प का एक बंधन। बहनों की रक्षा के संकल्प से बंध जाना ही रक्षाबंधन है। रक्षा बंधन मनाने के पीछे एक दृष्टि यह भी है कि हमारे मन में प्रत्येक पर नारी के प्रति बहन की दृष्टि का भाव ही उत्पन्न हो सके। रक्षा सूत्र बंधन जैसा पर्व प्रत्येक वर्ष इसलिए भी मनाया जाता है ताकि हमारी वासनामय दृष्टि उपासनामय बन सके।
हम अपनी बहनों को तो रक्षा का वचन दें ही दें, साथ में उन्हें यह वचन भी अवश्य दें कि आज से कोई भी अकेली स्त्री मेरी दृष्टि में एक अवसर नहीं अपितु एक जिम्मेदारी होगी।आज के दिन हम सभी को यह बात अवश्य ध्यान में रखनी चाहिए कि ” मैं अपनी बहन की रक्षा के संकल्प के साथ-साथ समाज और राष्ट्र की समस्त बहनों के आत्मसम्मान, शील और अस्मिता की रक्षा का भी संकल्प लेता हूँ।”
यथार्थ में दृष्टि को परिमार्जित और व्यापक करते हुए हमारे मन-मष्तिष्क में समाज में परस्पर एक-दूसरे में भाई – बहन का भाव ही दृढ़ता से समाहित हो, यही इस पावन पर्व का प्रमुख उद्देश्य भी है। भाई – बहन के प्रेम, स्नेह और समर्पण के पावन पर्व रक्षाबंधन की आप सभी को अनंत मंगल बधाई।