हिमशिखर खबर ब्यूरो
नई दिल्ली: आज नई दिल्ली में फेडरेशन ऑफ आल इंडिया व्यापार मण्डल की वार्षिक राष्टीय आम सभा की बैठक आयोजित की गई जिसमें 14 राज्यों के प्रतिनिधि सदस्यों ने प्रतिभाग किया| पूर्व राष्ट्रीय महासचिव श्री वी.के.बंसल जी को श्रद्धापूर्वक याद करने के साथ बैठक की कार्यवाही शुरू की गयी | पूरे दिन की कार्ययोजना सहित जिन मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की जानी तय रहा, के मुख्य बिंदुओं के विषय में फेडरेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश्वर पैन्यूली से जानकारी देते हुवे बताया की –
भारत सरकार ने राष्ट्रीय व्यापारी बोर्ड के पाँच सदस्यों को फेडरेशन के सदस्य के रूप में नामित किया |
बैठक में प्रमुखता के साथ यह तय किया गया की,एकल बिन्दु जीएसटी व्यवस्था लागू करवाने के लिए सरकार से अनिवार्य रूप से बातचीत की जाएगी| साथ ही जी.एस.टी विभाग द्वारा मनमाने तरीको से जो जी.एस.टी पंजीकरण किए गये है, उनसे व्यापारियों को होने वाली परेशानियों की ओर सरकार का ध्यान दिलाते हुवे उसे जल्द ही सुधारा जाए|
अलग अलग राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने राज्यों व जनपदों में अलग अलग सेक्टर्स से जुड़े व्यापारिक कार्य के दौरान होने वाली परेशानियों और उससे जुड़े तमाम मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया और सुझाव भी दिए| और फेडरैशन से उन पर तेजी से विचार करने के साथ ही निर्णायक कदम उठाने के लिए सरकार से अलग अलग स्तरों पर बातचीत करने का आग्रह किया
आयकर अधिनियमकी धारा 43बीखंड (एच) से जुड़े मुद्दों पर तुरंत कार्यवाही के लिए चर्चा प्रमुखता से की गई और इसके हल के लिए मिले सुझावो को भी बैठकमें क्रमबद्ध किया गया जिससे एस प्रॉब्लेम ओ जल्द से जल्द हल किया जा सके |
बैठक में सर्व सहमति से यह भी तय किया गया की “फेडरैशन” व्यापारियों की सहूलियत के लिए एक हेल्पलाइन बनाएगा| साथ ही नई कार्यकारी प्रणाली को भी विकसित किया जाएगा जिससे नतीजों तक पहुंचना कम समय में संभव हो सके|
बैठक में इसके साथ ही “फेडरेशन” के श्री आर.के.गौर, जनरल सेक्रेटरी व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयेन्द्र तन्ना जी सभी हितधारकों के संदर्भ में तेजी विचारपूर्वक काम करने के लिए इस विषय पर भी सहमति व्यक्त की कि “फेडरेशन” को अनिवार्य रूप से एक ऐसे “मंच को विकसित और प्रसारित” करने की जरूरत है जिससे की भारत के किसी भी स्थान का सदस्य व्यापारी हो उसकी “साख” को पहचान मिल सके| बैठक में श्री भूपेन्द्र सिंह सोबती जी-उत्तर प्रदेश से, बनारस से आए श्री प्रेम चंद्र मिश्रा जी आदि सहित लगभग 14 राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने