पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है। आज शास्त्रानुसार दीपावली और लक्ष्मी पूजन किया जायेगा।
मुहूर्त न सधे तो डरना नहीं चाहिए
दिवाली मनाना आसान है पर दीवाली को पूरे 365 दिन जिंदगी में उतारना कठिन है। कितना ही विज्ञान-तकनीक हावी हो जाए पर भारत में मुहूर्त व्यवस्था प्रभावी रहेगी। बड़े से बड़े आधुनिक जानकार दफ्तर में लैपटॉप खोलने से पहले भगवान की तस्वीर को प्रणाम करते हैं।
यही भारत का शुभ है। दिवाली जीवन में उतारने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। लक्ष्मी समुद्र मंथन से जो प्रकट हुई थीं, वो एक संघर्ष था, जो देवताओं ने और दैत्यों ने मिलकर किया था। संघर्ष में या तो उदासी आ जाती है या उत्साह रहता है। जीवन में जब भी संघर्ष आए, उत्साह बनाए रखिए। और उत्साह के लिए मुहूर्त नहीं देखना पड़ता। ये तो स्वभाव होना चाहिए।
यदि आप सोने-उठने में अनियमितता करते हैं तो पेट के बैक्टीरिया में बदलाव आता है और आप बीमार होते हैं। ऐसे ही कुछ त्योहारों के पूजन में मुहूर्त का बड़ा महत्व है। पर यदि किसी कारण मुहूर्त न सधे तो डरना भी नहीं चाहिए। इसलिए जिस भी मुहूर्त में, जिस भी तिथि में दिवाली मनाएं, उत्साह रखें। तेरा तुझ को अर्पण भाव से परमात्मा के चरणों में समर्पित कर दें।
आज का पंचांग
शुक्रवार, नवम्बर 1, 2024
सूर्योदय: 06:33 ए एम
सूर्यास्त: 05:36 पी एम
तिथि: अमावस्या – 06:16 पी एम तक
नक्षत्र: स्वाती – 03:31 ए एम, नवम्बर 02 तक
योग: प्रीति – 10:41 ए एम तक
करण: नाग – 06:16 पी एम तक
द्वितीय करण: किंस्तुघ्न – पूर्ण रात्रि तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: शुक्रवार
अमान्त महीना: आश्विन
पूर्णिमान्त महीना: कार्तिक
चन्द्र राशि: तुला
सूर्य राशि: तुला