पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज का विचार
रिश्ते निभाने के लिए वक्त की नहीं, चाहत की जरूरत होती है। जब मन में चाहत होती है, वक्त की कोई कमी नहीं होती है।
आज का भगवद् चिन्तन
अच्छाई को अपनायें
सम्मानित होने के लिए अच्छा होना आवश्यक है। जिस जीवन में अच्छाई होती है, वही जीवन सम्मानीय भी होता है। अच्छे कार्य करने से ही व्यक्ति महान बनता है। कुछ ऐसा करो कि समाज की उन्नति हो। समाज स्वस्थ, सदाचारी बनकर उन्नति के मार्ग पर चले जिससे सबका भला हो। महापुरुष यही तो कहते हैं, कि जब हर प्रकार से आप अपना कल्याण करना चाहते हैं तब केवल धन व भोग के पीछे मत भागना।
सबके मंगल एवं कल्याण की भावना में ही हमारा स्वयं का मंगल एवं कल्याण भी निहित होता है। यह भी विचार करें कि मैंने दुनिया से बहुत लिया अब देने की बारी है। अब लेने के लिए नहीं देने के लिए जीना है। ये कभी मत भूलो कि हमारा ये जीवन अल्पकालिक है। इसलिए जीवन के प्रत्येक क्षण का सम्मान करो। जो समय का सम्मान करता है, समाज में उसका जीवन भी अवश्य ही सम्मानीय बन जाता है।
आज का पंचांग
मंगलवार, नवम्बर 5, 2024
सूर्योदय: 06:36 ए एम
सूर्यास्त: 05:33 पी एम
तिथि: चतुर्थी – 12:16 ए एम, नवम्बर 06 तक
नक्षत्र: ज्येष्ठा – 09:45 ए एम तक
योग: अतिगण्ड – 11:28 ए एम तक
करण: वणिज – 11:54 ए एम तक
द्वितीय करण: विष्टि – 12:16 ए एम, नवम्बर 06 तक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
वार: मंगलवार
अमान्त महीना: कार्तिक
पूर्णिमान्त महीना: कार्तिक
चन्द्र राशि: वृश्चिक – 09:45 ए एम तक
सूर्य राशि: तुला