पंडित उदय शंकर भट्ट
आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।
आज 30 दिसंबर को सोमवती अमावस्या है। माना जाता है कि इस दिन जो कोई भी पूजा पाठ करता है उसे विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा और उपासना का विधान बताया गया है। कुछ लोग सोमवती अमावस्या के दिन व्रत भी रखते हैं। इसके बाद पीपल के पेड़ में शिव जी का वास मानकर उसकी पूजा और परिक्रमा करती हैं।
आज का विचार
.जिस तरह नौका गन्तव्य नही, नदी पार करने का साधन है। उसी प्रकार आजीविका जीवन नही, जीवन के भोगों का आनंद लेने के लिए साधन है। आय बढ़ाने का प्रयास निरंतर करते रहना चाहिए मगर आज का आनंद लेते हुए।
आज का भगवद् चिन्तन
जीवन की श्रेष्ठता
मनुष्य जीवन की सार्थकता तो यही है कि इसे उपयोगी बनाकर जिया जाए, उपभोगी बनाकर नहीं। जीवन को उपयोगी बनाकर जीने का अर्थ है कि उस वृक्ष की तरह जीवन जीना जिसका अंकुरित होना, पल्लवित होना, पुष्पित होना और फलित होना केवल परमार्थ के लिए होता है। अपने प्रत्येक कर्म को परहित की भावना से करना ही जीवन को उपयोगी बनाकर जीना है।
यदि आपकी अनुपस्थिति दूसरों को रिक्तता का अनुभव कराने वाली है तो कहीं न कहीं उनके लिए आपका जीवन उपयोगिता भरा है। जीवन को उपभोगी बनाने का सीधा सा अर्थ है कि उन पशुओं की तरह जीवन जीना केवल और केवल उदर पूर्ति ही जिनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य है। ये बात सदैव स्मरण रहे कि इस दुनिया में जो उपयोगी है, वही मूल्यवान भी है।
आज का पंचांग
सोमवार, दिसम्बर 30, 2024
सूर्योदय: 07:13
सूर्यास्त: 17:34
तिथि: अमावस्या – 03:56, दिसम्बर 31 तक
नक्षत्र: मूल – 23:57 तक
योग: वृद्धि – 20:32 तक
करण: चतुष्पाद – 16:02 तक
द्वितीय करण: नाग – 03:56, दिसम्बर 31 तक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
वार: सोमवार
अमान्त महीना: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त महीना: पौष
चन्द्र राशि: धनु
सूर्य राशि: धनु
शक सम्वत: 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत: 2081 पिङ्गल