आज का पंचांग: संकल्प और पुरुषार्थ

पंडित उदय शंकर भट्ट

आज आपका दिन मंगलमयी हो, यही मंगलकामना है। ‘हिमशिखर खबर’ हर रोज की तरह आज भी आपके लिए पंचांग प्रस्तुत कर रहा है।

कैलेंडर

तिथिप्रतिपदा 🌒 रात्रि 09:10 बजे तक
नक्षत्रभरणी 🌠 09:37 PM तक
द्वितीया 🌒
कृतिका 🌠
योगआयुष्मान 🧘 08:03 PM तक
करणकिंस्तुघ्ना 11:05 पूर्वाह्न तक
सौभाग्य 🧘
बावा 09:10 PM तक
काम करने के दिनसोमवारा 🗓️
बलावा
पक्षशुक्ल पक्ष 🌒

चंद्र मास, संवत और बृहस्पति संवत्सर

विक्रम संवत2082 कलायुक्त 🗓️
संवत्सरकालायुक्त अपराह्न 03:07 बजे तक, 25 अप्रैल, 2025 🗓️
शक संवत1947 विश्वावसु 🗓️
सिद्धार्थी 🗓️
गुजराती संवत2081 नाला 🗓️
चन्द्रमासावैशाख – पूर्णिमांत 🗓️
दायाँ/गेट15 🗓️
वैशाख – अमंता 🗓️

राशि और नक्षत्र

राशिमेष♈ प्रातः 02:53 बजे तक, अप्रैल 29 🗓️
नक्षत्र पदभरणी 🌠 प्रातः 05:53 🌠 तक
वृषभ♉
भरणी 🌠 प्रातः 11:07 बजे तक 🌠
सूर्य राशिमेष♈
भरणी 🌠 04:22 PM 🌠 तक
सूर्य नक्षत्रभरणी 🌠
भरणी 🌠 रात्रि 09:37 बजे तक 🌠
सूर्य पदभरणी 🌠
कृत्तिका 🌠 02:53 पूर्वाह्न तक, 29 अप्रैल 🌠
कृतिका 🌠

आज का भगवद् चिंतन

संकल्प और पुरुषार्थ

वाणी के बजाय कार्य से दिए गए उदाहरण कई अधिक प्रभावी होते हैं। उपदेश करना जितना आसान है उन्हें आचरण में धारण करना उतना ही कठिन है। कोरा उपदेश भी तब तक कोई काम नहीं आता जब तक उसे चरितार्थ न किया जाये। प्रत्येक सफल व्यक्तियों में एक बात की समानता मिलती है और वो ये कि उन्होंने केवल वाणी से नहीं अपितु अपने कार्यों से भी उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। उन्होंने जो कहा वही किया।

बिना पुरुषार्थ के हमारे महान से महान संकल्प भी केवल रेत के विशाल महल का निर्माण करने जैसे हो जाते हैं। हमारे पास संकल्प रूपी मजबूत आधारशिला तो होनी ही चाहिए पर साथ में पुरुषार्थ रूपी पिलर भी होने चाहिए, जिस पर सफलता रुपी गगनचुम्बी महल का निर्माण संभव हो सके। संकल्प और पुरुषार्थ ही किसी व्यक्ति के जीवन में सफलता का रहस्य है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *