देहरादून: मशहूर फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को पत्र भेजकर उत्तराखंड को माफिया से बचाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य बनने के बाद किन अफसरों व उनके परिवारों ने यहां कितनी प्रापर्टी खरीदी थी, उनका नाम उजागर किया जाना चाहिए।
यही नहीं, हेमंत पांडे ने कहा कि वो समय-समय पर राज्य के भले के लिए अच्छा या बुरा बोलते रहते हैं। यह उनका कर्म है और यही उनका धर्म है। क्योंकि वो उत्तराखंड की मिट्टी में जन्मे हैं और इसी मिट्टी ने उन्हें हेमंत पांडे बनाया है।
पांडे ने पत्र के माध्यम से कहा कि इस बात के लिए आगाह कर रहा हूं कि उत्तराखंड को माफिया से बचाना है जो उत्तराखंड के ही लोगों को जमीन खरीदने पर सेकंड बायर कहते हैं। यह बहुत दुखद है।
आपसे सिर्फ इतना ही निवेदन है कि जिस दिन उत्तराखंड राज्य की स्थापना हुई थी उस दिन किन-किन आईएएस अधिकारियों और तमाम अधिकारियों के परिवारों ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी उत्तराखंड में खरीदी थी। आरटीआई के तहत उस को उजागर करिए।
हेमंत पांडे ने कहा कि वो मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के साथ हैं। उन्हें इस बात का भी गर्व है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें पांडे के नाम से जानते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उन्हें अपना राजनीतिक प्रतिद्वंदी कतई न समझें, क्योंकि जब वो फिल्म विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष थे तो मुख्यमंत्री अध्यक्ष थे।
तब आपने मीटिंग के लिए समय दिया था। उसके बाद भी आप मीटिंग में नहीं आए। उस दिन से मेरा हमेशा के लिए राजनीति से मोहभंग हो गया है। हेमंत पांडे ने कहा कि मैं उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहता था।
इन 35 वर्षों में मैंने जो कुछ भी सीखा था वह सब कुछ मैं उत्तराखंड को देना चाहता था। लेकिन आप के राजनीतिक भविष्य की उज्जवल कामनाओं के साथ मैं आपसे नम्र निवेदन करता हूं कि कान के कभी कच्चे ना रहें. एक कलाकार का आपको सदा-सदा के लिए नमन