नई दिल्ली
यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार व दूतावास ने रोमानिया व हंगरी का रास्ता चुना है। इस रास्ते से भारतीयों को निकालने की योजना है।
यूक्रेन से छात्रों को लाने का प्लान
विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते भारतीय छात्रों को वापस स्वदेश लाया जाएगा। हंगरी में बने भारतीय दूतावास के अफसरों को यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को निकालने के काम में लगाया गया है।
हंगरी में भारतीय दूतावास ने बताया कि अभी उजहोरोड के पास हंगरी की सीमा पर स्थित चॉप-जहोनी (CHOP-ZAHONY) और रोमानिया की सीमा पर स्थित चेर्नित्सि के पोरुब्न-सिरेत (PORUBNE-SIRET) पर निकासी टीमें पहुंच रही हैं।
हंगरी में भारतीय दूतावास ने कहा कि पहले उन भारतीयों, खासकर विद्यार्थियों को, जो कि उक्त सीमा चौकियों के आसपास के इलाकों में रह रहे हैं, को संगठित रूप से वहां पहुंचने को कहा गया है। उन्हें इसके लिए विदेश मंत्रालय की टीम से समन्वय करने को कहा गया है। ये बुखारेस्ट, रोमानिया के रास्ते भारतीयों को वापस लाएंगी। एम्बेसी ने छात्रों से पासपोर्ट और कोविड-19 वेक्सीनेशन का प्रमाणपत्र साथ लाने को कहा है।
- यूक्रेन की इंडियन एम्बेसी ने ये एडवाइजरी जारी की है।