नरेंद्रनगर
नरेंद्रनगर के ग्राम पसर निवासी 54 वर्षीय राजेन्द्र सिंह को गुलदार ने आज सुबह हमला कर मार डाला। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। मौके पर पहुँचकर डीएफओ नरेंद्रनगर और राजस्व विभाग की टीम ग्रामीणों को मनाने में जुटी है। अभी-अभी डीएम टिहरी भी मौके पर पहुँच गईं हैं।
सोमवार की सुबह करीब साढे़ छह बजे पसर गाँव निवासी राजेन्द्र सिंह अपने घर के आंगन में थे। तभी पहले से ही घात लगाए गुलदार ने राजेंद्र सिंह पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बाद में जब गांव के लोगों ने घर के बाहर खून देखा तो राजेन्द्र सिंह की खोजबीन शुरू की। खोजबीन के बाद राजेन्द्र सिंह का शव घर से करीब दो सौ मीटर दूर खाई में मिलते ही लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर डीएफओ नरेंद्रनगर और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुँची। ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ रोष प्रकट किया। पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी, पूर्व प्रधान जोत सिंह रावत ने कहा कि पहले भी आस पास के कई गाँव में गुलदार हमला कर चुका है। कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण दोबारा घटना घटी है। खौफ के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। जिस पर वन विभाग ने लोगों की मांग पर ड्रॉन कैमरा लगाने की बात की है। वहीं, शव अभी भी घटना स्थल पर ही है। वहाँ दो शूटर तैनात किये गए हैं। खबर को अपडेट किया जा रहा है
बाघ के हमले और शिकार करने के कारण मृतक राजेंद्र सिंह की कीमत 1.20 लाख लगाकर वनविभाग ने इन्सान का मखौल बना दिया है । क्या वनविभाग दी गयी धनराशि के बदले राजेंद्र सिंह को वापस ला सकता है ? हम जिलाधिकारी महोदय से आग्रह करते है कि मृतक के परिवार को और अधिक मानव क्षतिपूर्ति निर्धारित कर भुगतान करवाने की कृपा करे और परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिया जाना भी समीचीन है :- केपी सकलानी अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक कल्याण संस्था “उत्तराखंड “