नई टिहरी ।
टिहरी क्षेत्र में बेसहारा गोवंश की सुधलेवा कोई नहीं है। चारा-पानी और शेड की व्यवस्था न होने के कारण निराश्रित गोवंश सड़कों पर कचरा खाने को विवश है। गोवंश की दुर्दशा पर क्षेत्र के लोगों ने पशुपालन मंत्री को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
टिहरी के चंबा, बादशाहीथौल, नागणी, खाड़ी, आगराखाल सहित कई स्थानों में बेसहारा गोवंश की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। क्षेत्र में बेसहारा गोवंश के लिए चारा-पानी और शेड की व्यवस्था नहीं है। जिस कारण निराश्रित गोवंश सड़कों में कचरा खाने को विवश हैं। बताते चलें कि सूबे में 2007 में गोवंश संरक्षण अधिनियम लागू किया गया था, जो फाइलों में कैद होकर रह गया है। इस अधिनियम में स्पष्ट उल्लेखित है कि कोई भी गोवंश को सड़कों पर नहीं छोड़ेगा और प्रत्येक गोवंश की व्यक्तिगत पहचान पहचान की जाएगी। इन दिनों बरसात के मौसम में बेसहारा गोवंश सड़कों में भीगने को मजबूर हैं।
जिस पर भाजपा भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमण्डल ने पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा से देहरादून स्थित आवास पर मुलाकात कर निराश्रित गोवंश के संरक्षण और संवर्द्धन को देखते हुए गौशाला बनाए जाने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि बेसहारा गोवंश बारिश के मौसम में खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुशील कुमार बहुगुणा ने बताया कि पशुपालन मंत्री ने मामले पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस मौके पर मंडल अध्यक्ष नई टिहरी विजय कठैत, मंडल अध्यक्ष जाखणीधार उदय रावत, मंडल अध्यक्ष गजा अरविंद उनियाल, प्रधान संगठन अध्यक्ष चम्बा सुधीर बहुगुणा, चम्बा ग्रामीण महामंत्री विनोद सुयाल आदि थे।